चिंता की बात है कि एमसीजी की ‘ड्राप-इन’ पिचों का परीक्षण नहीं किया गया: एमसीसी के सीईओ

By भाषा | Published: November 19, 2020 10:12 PM2020-11-19T22:12:46+5:302020-11-19T22:12:46+5:30

It is a matter of concern that MCG's 'drop-in' pitches have not been tested: CEO of MCC | चिंता की बात है कि एमसीजी की ‘ड्राप-इन’ पिचों का परीक्षण नहीं किया गया: एमसीसी के सीईओ

चिंता की बात है कि एमसीजी की ‘ड्राप-इन’ पिचों का परीक्षण नहीं किया गया: एमसीसी के सीईओ

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मेलबर्न, 19 नवंबर मेलबर्न क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के मुख्य कार्यकारी (सीईओ) स्टुअर्ट फॉक्स ने कहा कि भारत और आस्ट्रेलिया के बीच दूसरे टेस्ट की मेजबानी करने वाले मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) की ‘ड्राप-इन’ पिचों का परीक्षण नहीं किया गया है जो चिंता की बात है।

फॉक्स ने ‘सिडनी मार्निंग हेराल्ड’ से कहा, ‘‘यह मेरे लिये चिंता की बात है क्योंकि मैं उन्हें पिचों के ट्रायल के लिये हर मौका देना चाहूंगा। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस पर एक परीक्षण मैच कराना था और क्रिकेट विक्टोरिया हमारा समर्थन कर रहा था, हमें दो दिवसीय मैच कराना था और हमने इसके लिये पिच तैयार कर ली थी लेकिन बीती रात पहले इसे रद्द कर दिया और ऐसा दक्षिण आस्ट्रेलिया में उत्पन्न हुए हालात के कारण हुआ। ’’

मेलबर्न में कोविड-19 संक्रमण फैलने के कारण शेफील्ड शील्ड के मैच एमसीजी के बजाय एडीलेड में कराये गये और एडीलेड में वायरस के फैलने के कारण इस हफ्ते एमसीजी पर दो दिवसीय ट्रायल मैच की योजना भी पूरी नहीं हो सकी।

फॉक्स ने कहा, ‘‘ यह दर्शाता है कि हम अब भी दिन प्रतिदिन कितने कमजोर हैं। आदर्श रूप से हम एक मैच कराना पसंद करते और हम अब भी इस पर काम कर रहे हैं, लेकिन, अंतत:, शायद ऐसा नहीं होगा। ’’

बाक्सिंग डे टेस्ट 26 दिसंबर से शुरू होगा। ‘ड्राप-इन’ पिचें स्टेडियम से बाहर तैयार की जाती हैं और मैच के लिये उन्हें स्टेडियम में बिछा दिया जाता है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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