नयी दिल्ली, 14 दिसंबर क्रिकेट और बैडमिंटन जैसे खेलों से प्रेरणा लेकर अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) ने मंगलवार को यहां अपनी फ्रेंचाइजी आधारित लीग की घोषणा की जो अगले साल जून में खेली जाएगी।
एआईसीएफ ने कहा कि भारतीय शतरंज लीग (आईसीएल) में छह टीम भाग लेंगी। इसकी प्रत्येक फ्रेंचाइजी टीम में दो सुपर ग्रैंडमास्टर, दो भारतीय ग्रैंडमास्टर, दो महिला ग्रैंडमास्टर तथा जूनियर वर्ग से एक-एक पुरुष और महिला खिलाड़ी शामिल होंगे।
शतरंज में अपनी तरह की यह पहली प्रतियोगिता एक या दो भारतीय शहरों में डबल राउंड रोबिन प्रारूप में दो सप्ताह तक खेली जाएगी। शीर्ष पर रहने वाली दो टीम फ़ाइनल में भिड़ेंगी।
एआईसीएफ के अध्यक्ष डा. संजय कपूर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमारा सपना सच होने जा रहा है। भारतीय शतरंज लीग देश में शतरंज का चेहरा बदल देगी। इससे हमें निकट भविष्य में दुनिया में नंबर एक बनने का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी।’’
एआईसीएफ अध्यक्ष भरत सिंह चौहान ने प्रारूप की जानकारी दी और बताया कि प्रत्येक टीम में आठ – आठ खिलाड़ी होंगे।
चौहान ने कहा, ‘‘हमारा विचार दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को यहां लाने का है जिससे भारतीय खिलाड़ियों को अपना कौशल निखारने का मौका मिलेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैचों का सीधा प्रसारण किया जाएगा जिससे ज्यादा से ज्यादा खिलाडियों को शतरंज की तरफ आकर्षित किया जा सके। हम जल्द ही फ्रेंचाइजी मालिकों की घोषणा करेंगे।
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