लंदन, 29 अगस्त: इंग्लैंड के खिलाफ साउथम्पटन के रोज बाउल में खेले जाने वाले चौथे टेस्ट में टीम इंडिया की नजरें जीत हासिल करते हुए सीरीज में बराबरी करने पर होगी। भारत पांच मैचों की सीरीज के पहले दो मैच गंवाने के बाद तीसरा मैच जीतते हुए सीरीज में 1-2 से पीछे है।
भारतीय टीम अब तक इंग्लैंड की धरती पर सिर्फ तीन टेस्ट सीरीज ही जीत पाई है और आखिरी टेस्ट सीरीज उसने 11 साल पहले जीती थी, ऐसे में उसके लिए ये सीरीज जीतना आसान नहीं होगा। खासकर पहले दो टेस्ट गंवाने के बाद इतिहास में एक ही टीम टेस्ट सीरीज जीत पाई है और ये कारनामा भी 82 साल पहले 1936-37 में डॉन ब्रैडमैन की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने किया था।
तेज गेंदबाजों की मददगार होगी रोज बाउल की विकेट
रिपोर्ट्स के मुताबिक इंग्लैंड की टीम चौथे टेस्ट के लिए ग्रीन टॉप तैयार की है और उसकी नजरें सीरीज का फैसला इसी मैदान पर करने पर है। रोज बाउल की विकेट पर काफी घास छोड़ी गई है और ये हरी-भरी विकेट तेज गेंदबाजों के लिए काफी मददगार साबित हो सकती है।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने पहले तीन टेस्ट मैचों में भारत के 57 में से 50 विकेट झटके हैं। तो वहीं भारतीय तेज गेंदबाजों ने भी अब तक गिरे इंग्लैंड के 46 में से 38 विकेट झटके हैं। ऐसे में चौथे टेस्ट में दोनों टीमों के गेंदबाजों के बीच जोरदार मुकाबला हो सकता है।
चौथे टेस्ट के लिए टीम इंडिया में हो सकते हैं बदलाव
चौथे टेस्ट के लिए टीम इंडिया में कुछ बदलाव देखने को मिल सकता है। नॉटिंघम में खेले गए तीसरे टेस्ट में 203 रन से जोरदार जीत के बाद इस बात की संभावना कम है कि कोहली प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव करेंगे। लेकिन माना जा रहा है कि रोज बाउल की तेज गेंदबाजों के लिए मददगार घास वाली विकेट पर भारत एक और तेज गेंदबाज उतार सकता है। विराट कोहली ने अपनी कप्तानी में अब तक हुए 38 टेस्ट मैचों में कभी भी एक ही प्लेइंग इलेवन नहीं उतारी है।
अगर ऐसा हुआ तो इस साल दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद ये पहली बार होगा जब भारत किसी टेस्ट मैच में पांच तेज गेंदबाजों के साथ उतरेगा। इसका मतलब है कि पिछले टेस्ट में खेले तीन तेज गेंदबाजों इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के साथ उमेश यादव को भी उतारा जा सकता है। भारत के पास पहले से ही ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या के रूप में एक तेज गेंदबाज है जिन्होंने तीसरे टेस्ट में महज 29 गेंदों में 5 विकेट झटकते हुए इंग्लैंड को बैकफुट पर ढकेल दिया था।
रविचंद्रन अश्विन ग्रोइन इंजरी से जूझ रहे हैं और उनके फिटनेस को लेकर कोई भी आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि अश्विन ने मंगलवार को प्रैक्टिस की है लेकिन उनकी फिटनेस से पर्दा टॉस के बाद ही उठ पाएगा। अगर भारत इस मैच में चार तेज गेंदबाज और एक स्पिनर को उतारता है और अश्विन भी फिट नहीं हो पाते हैं तो इस सीरीज में पहली बार रवींद्र जडेजा को मौका मिल सकता है।
वहीं इंग्लैंड की टीम जॉनी बेयरेस्टो की चोट से जूझ रही है और उनका इस मैच में खेलना संदिग्ध है। बेयरेस्टो के न खेलने पर इंग्लैंड जेम्स विंसे को उतार सकती है। बेयरेस्टो के खेलने पर भी विंसे को टीम में जगह मिलना लगभग तय लग रहा है क्योंकि ओपनर कीटोन जेनिंग्स अब तक पांच पारियों में 94 रन ही बना पाए हैं। ऐसे में विंसे चौथे टेस्ट में कुक के साथ दूसरे ओपनर के तौर पर खेल सकते हैं।
वहीं ऑलराउंडर क्रिस वोक्स भी पूरी तरह फिट नहीं हैं और उनके न खेलने की स्थिति में पिछले मैच से बाहर रहे युवा सैम कर्रन को मौका मिल सकता है।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं:
चौथे-पांचवें टेस्ट के लिए टीम इंडिया
शिखर धवन, केएल राहुल, विराट कोहली(कप्तान), दिनेश कार्तिक, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), अजिंक्य रहाणे, जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या, रविचंद्रन अश्विन, शार्दुल ठाकुर, इशांत शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, करुण नायर, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, पृथ्वी शॉ और हनुमा विहारी।
चौथे टेस्ट के लिए इंग्लैंड की टीम:
जो रूट (कप्तान), मोईन अली, जेम्स एंडरसन, जॉनी बेयरेस्टो (विकेटकीपर), स्टुअर्ट ब्रॉड, कीटोन जेनिंग्स, ओली पोप, क्रिस वोक्स, जेम्स विंसे, बेन स्टोक्स, सैम कर्रन, एलेस्टेयर कुक, जोस बटलर, आदिल राशिद।