दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शनिवार से सेंचुरियन में शुरू हुए दूसरे टेस्ट में किए गए बदलावों की वजह से टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली आलोचकों के निशाने पर आ गए हैं। कोहली ने दूसरे टेस्ट के लिए टीम इंडिया में तीन बदलाव किए और शिखर धवन की जगह केएल राहुल, चोटिल रिद्धिमान साहा की जगह पार्थिव पटेल और भुवनेश्वर कुमार की जगह इशांत शर्मा को शामिल किया है।
टीम इंडिया के धाकड़ ओपनर रहे वीरेंद्र सहवाग ने कोहली के टीम चयन की आलोचना करते हुए कहा है कि अगर सेंचुरियन टेस्ट में कोहली फेल होते हैं तो उन्हें तीसरे टेस्ट के लिए खुद को ड्रॉप करना चाहिए। सहवाग ने भुवी को बाहर करने के फैसले पर हैरानी जताते हुए कहा इंडिया टीवी से कहा, 'शिखर धवन को सिर्फ एक मैच में खराब प्रदर्शन के लिए ड्रॉप करने और भुवी को बिना किसी कारण के ड्रॉप करने को देखते हुए विराट कोहली को दूसरे टेस्ट में फेल होन पर खुद को ही तीसरे टेस्ट में ड्रॉप कर देना चाहिए।'
भुवनेश्वर केपटाउन में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट में 6 विकेट झटकते हुए भारत की तरफ से सबसे कामयाब गेंदबाज रहे थे। लेकिन इसके बावजूद उन्हें सेंचुरियन में दूसरे टेस्ट की टीम से बाहर कर दिया गया।
सहवाग ने कहा, 'भुवनेश्वर को बाहर करने का फैसला सही नहीं था। ये कहते हुए कि इशांत को उनके कद से फायदा मिलेगा, विराट कोहली ने भुवनेश्वर कुमार के आत्मविश्वास को चोट पहुंचाई है।'
इससे पहले पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भी दूसरे टेस्ट के टीम चयन की आलोचना करते हुए कहा था कि शिखर धवन 'बलि का बकरा' हैं, जिन्हें एक मैच में खराब प्रदर्शन के बाद बाहर कर दिया जाता है। साथ ही गावस्कर ने पहले टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने वाले भुवनेश्वर कुमार को बाहर करने के फैसले को भी गलत बताया था।