नयी दिल्ली, 13 नवंबर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा, महिला क्रिकेटर मिताली राज और पैरालंपिक में इतिहास रचने वाले पैरा एथलीटों सहित पिछले कुछ समय में खेल जगत में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को शनिवार को यहां भव्य समारोह में सम्मानित किया।
राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित कार्यक्रम में पहली बार 12 खिलाड़ियों को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पुरस्कार पाने वाले अधिकतर खिलाड़ियों ने तोक्यो ओलंपिक और पैरालंपिक में अच्छा प्रदर्शन किया था।
कोविड-19 महामारी के कारण पिछले साल यह कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किया गया था लेकिन इस बार इसे हमेशा की तरह राष्ट्रपति भवन में भव्य तरीके से आयोजित किया गया।
चोपड़ा समारोह के मुख्य आकर्षण थे। इस विशेष रूप से आयोजित समारोह में जब वह पुरस्कार लेने के लिये गये तो तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका स्वागत किया गया। खेल रत्न पाने वाले खिलाड़ियों में चोपड़ा ने सबसे पहले यह सम्मान हासिल किया।
भाला फेंक में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले इस 23 वर्षीय खिलाड़ी के अलावा ओलंपिक कांस्य पदक जीतने वाली पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह और गोलकीपर पी आर श्रीजेश, ओलंपिक रजत पदक विजेता पहलवान रवि दहिया, ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन और महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली को भी देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मिताली यह पुरस्कार प्राप्त करने वाली पहली महिला क्रिकेटर हैं।
सुनील छेत्री खेल रत्न पाने वाले पहले फुटबॉलर बने। इसके अलावा पैरालंपिक की स्वर्ण पदक विजेता अवनि लेखारा (निशानेबाजी), सुमित अंतिल (एथलेटिक्स), प्रमोद भगत (बैडमिंटन), कृष्णा नागर (बैडमिंटन) और मनीष नरवाल (निशानेबाजी) को भी खेल रत्न दिया गया।
बारह खेल रत्न के अलावा इस साल 35 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इनमें क्रिकेटर शिखर धवन तथा ओलंपिक और पैरालंपिक में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी शामिल थे।
भारत ने ओलंपिक (सात पदक) और पैरालंपिक (19 पदक) में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। पैरालंपिक में भारत ने पांच स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य पदक जीते थे।
यह समारोह पारंपरिक तौर पर हर साल 29 अगस्त को हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस पर आयोजित किया जाता है लेकिन ओलंपिक और पैरालंपिक में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को इसमें शामिल करने के लिये इसे टाल दिया गया था।
खेल रत्न पुरस्कार में 25 लाख रुपये का नकद पुरस्कार, एक पदक और सम्मान पत्र दिया जाता है। अर्जुन पुरस्कार में 15 लाख रुपये की पुरस्कार राशि, एक कांस्य प्रतिमा और एक सम्मान पत्र दिया जाता है।
इस अवसर पर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, उनके पूर्ववर्ती कीरेन रीजीजू और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
खेल रत्न पुरस्कार पिछले चार वर्षों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है।
इसके अलावा इस साल 10 कोच को द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
जीवनपर्यंत उपलब्धि वर्ग में टी पी ओसेफ (एथलेटिक्स), सरकार तलवार (क्रिकेट), सरपाल सिंह (हॉकी), आशन कुमार (कबड्डी) और तपन कुमार पाणिग्रही (तैराकी) को द्रोणाचार्य पुरस्कार दिया गया।
नियमित श्रेणी में द्रोणाचार्य पाने वालों में राधाकृष्णन नायर पी (एथलेटिक्स), संध्या गुरुंग (मुक्केबाजी), प्रीतम सिवाच (हॉकी), जय प्रकाश नौटियाल (पैरा निशानेबाजी) और सुब्रमण्यम रमन (टेबल टेनिस) शामिल हैं।
सज्जन सिंह (कुश्ती), पूर्व विश्व और एशियाई चैंपियन मुक्केबाज लेखा के सी, अभिजीत कुंटे (शतरंज), दविंदर सिंह गरचा (हॉकी) और विकास कुमार (कबड्डी) को जीवनपर्यंत उपलब्धि के लिए ध्यानचंद पुरस्कार दिया गया।
इस वर्ष पुरस्कार चयन समिति की अध्यक्षता न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) मुकुंदकम शर्मा (उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश) ने की थी और इसमें तीन बार के पैरालंपिक पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी देवेंद्र झाझरिया, पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद और पूर्व विश्व चैंपियन मुक्केबाज एल सरिता देवी आदि भी शामिल थे।
पुरस्कार विजेताओं की सूची इस प्रकार है :
मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार: नीरज चोपड़ा (एथलेटिक्स), रवि कुमार (कुश्ती), लवलीना बोरगोहेन (मुक्केबाजी), पीआर श्रीजेश (हॉकी), अवनी लेखारा (पैरा निशानेबाजी), सुमित अंतिल (पैरा एथलेटिक्स), प्रमोद भगत (पैरा बैडमिंटन), कृष्णा नागर (पैरा बैडमिंटन), मनीष नरवाल (पैरा निशानेबाजी), मिताली राज (क्रिकेट), सुनील छेत्री (फुटबॉल), मनप्रीत सिंह (हॉकी)।
अर्जुन पुरस्कार: अरपिंदर सिंह (एथलेटिक्स), सिमरनजीत कौर (मुक्केबाजी), शिखर धवन (क्रिकेट), भवानी देवी (तलवारबाजी), मोनिका (हॉकी), वंदना कटारिया (हॉकी), संदीप नरवाल (कबड्डी), हिमानी उत्तम परब (मल्लखंब)), अभिषेक वर्मा (निशानेबाजी), अंकिता रैना (टेनिस), दीपक पूनिया (कुश्ती), दिलप्रीत सिंह (हॉकी), हरमन प्रीत सिंह (हॉकी), रूपिंदर पाल सिंह (हॉकी), सुरेंद्र कुमार (हॉकी), अमित रोहिदास (हॉकी)), बीरेंद्र लकड़ा (हॉकी), सुमित (हॉकी), नीलकांत शर्मा (हॉकी), हार्दिक सिंह (हॉकी), विवेक सागर प्रसाद (हॉकी), गुरजंत सिंह (हॉकी), मनदीप सिंह (हॉकी), शमशेर सिंह (हॉकी), ललित कुमार उपाध्याय (हॉकी), वरुण कुमार (हॉकी), सिमरनजीत सिंह (हॉकी), योगेश कथूनिया (पैरा एथलेटिक्स), निषाद कुमार (पैरा एथलेटिक्स), प्रवीण कुमार (पैरा एथलेटिक्स), सुहाश यतिराज (पैरा बैडमिंटन), सिंहराज अधाना (पैरा निशानेबाजी), भावना पटेल (पैरा टेबल टेनिस), हरविंदर सिंह (पैरा तीरंदाजी) और शरद कुमार (पैरा एथलेटिक्स)।
राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार: मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड
मौलाना अबुल कलाम आजाद (माका) ट्रॉफी: पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़।
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