बेअदबी की घटनाओं से धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण होने, अशांति फैलने की आशंका: अमरिंदर

By भाषा | Updated: December 22, 2021 22:48 IST2021-12-22T22:48:06+5:302021-12-22T22:48:06+5:30

Incidents of sacrilege are likely to lead to polarization on religious lines, to spread unrest: Amarinder | बेअदबी की घटनाओं से धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण होने, अशांति फैलने की आशंका: अमरिंदर

बेअदबी की घटनाओं से धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण होने, अशांति फैलने की आशंका: अमरिंदर

चंडीगढ़, 22 दिसंबर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बुधवार को कहा कि स्वर्ण मंदिर में कथित बेअदबी की कोशिश जैसी घटनाएं धार्मिक आधार पर लोगों का ध्रुवीकरण कर सकती हैं, जिससे राज्य में अशांति फैल सकती है।

सिंह ने हाल में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर और कपूरथला के एक गुरुद्वारे में बेअदबी के कथित प्रयासों के लिए दो लोगों की हत्या की भी कड़ी निंदा की। पूर्व मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) जैसी एजेंसियां अलगाववादी और आतंकवादी समूहों के स्लीपर सेल के साथ समन्वय करके ऐसी स्थितियों का फायदा उठाने के अवसरों का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। अमृतसर की घटना का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि इसमें शामिल व्यक्ति को मारे जाने के बजाय पुलिस को सौंप देना चाहिए था।

उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की घटनाओं से धार्मिक आधार पर लोगों का ध्रुवीकरण हो सकता है, जिससे राज्य में अशांति फैलेगी और गड़बडी पैदा हो सकती है।’’

सिंह ने प्रदेश कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू की टिप्पणी के लिए भी आलोचना की कि बेअदबी के दोषियों को सरेआम फांसी दी जानी चाहिए और पूर्व क्रिकेटर की टिप्पणी को शर्मनाक कहा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम बेअदबी के खिलाफ हैं। देश में संविधान है और कानून है। हमें कानून का पालन करना होगा। अगर हम संविधान या कानून का पालन नहीं करेंगे तो देश कैसे आगे बढ़ेगा।’’

आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सीटों के बंटवारे के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि अगले दो-तीन दिन में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के यहां आने पर इस पर चर्चा की जाएगी।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के साथ व्यापार फिर से शुरू करने का कोई मतलब नहीं है जब तक कि वह आतंक को वित्तपोषित करना और भारतीय सैनिकों पर हमले बंद नहीं करता। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते। उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान के एक साथ आने और लगभग ‘‘एक देश’’ बनने से, भारत को और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।

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