Highlightsसकलैन मुश्ताक ने सचिन तेंदुलकर को बताया अब तक का सबसे बड़ा बल्लेबाजविराट कोहली को मौजूदा दौर का बेहतरीन बल्लेबाज बनायासुनाया सचिन से जुड़ा मजेदार किस्सा
नई दिल्ली: जब भी मौजूदा दौर के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों का जिक्र किया जाता है तो उसमें विराट कोहली का नाम सबसे पहले लिया जाता है। विराट कोहली की तुलना अक्सर क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर से भी की जाती है। माना जाता है कि विराट ही इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जो सचिन तेंदुलकर के 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं।
लेकिन पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर और स्पिन के बेहतरीन गेंदबाज विराट कोहली की तुलना सचिन से सही नहीं मानते। सकलैन का मानना है कि जिस दौर में सचिन ने खेला उस समय दुनिया के सबसे बेहतरीन गेंदबाज उनके सामने थे।
एक कार्यक्रम में सकलैन ने कहा, "कोहली एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं और इस बात से सिर्फ मैं ही नहीं पूरी दुनिया सहमत है। लेकिन सचिन तेंदुलकर से बड़ा कोई नहीं है। अगर आपको किसी शॉट का कॉपीबुक उदाहरण देना है, तो लोग सचिन का उदाहरण देते हैं। विराट कोहली आज के दिग्गज हैं , लेकिन सचिन ने बेहद मुश्किल गेंदबाजों का सामना किया है। उस जमाने के गेंदबाज़ कुछ अलग थे। क्या कोहली ने वसीम अकरम का सामना किया है? क्या उन्होंने वॉल्श, एम्ब्रोस, मैक्ग्रा, शेन वार्न, मुरलीधरन का सामना किया है? ये बड़े नाम थे और ये सभी बहुत चालाक गेंदबाज थे। वे जानते थे कि बल्लेबाज़ को कैसे फंसाना है।"
इस कार्यक्रम में सकलैन मुश्ताक ने सचिन तेंदुलकर और खुद से जुड़े कुछ किस्से भी सुनाए। एक किस्सा सुनाते हुए सकलैन ने बताया, 'हम एक दफा कनाडा गए। मैं इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेल कर आया ही था। मैं उस समय यंग था और अपने पहले काउंटी सीजन खेलने के बाद तो मैं अपनी ही एक अलग दुनिया में गेंदबाजी करता था। कनाडा में सचिन के खिलाफ जब मैंने गेंदबाजी की तो उसको स्लेज करते हुए मैंने कुछ ऐसे शब्द का इस्तेमाल किया जो काफी कठोर था। इसके बाद सचिन ने जो मुझसे कहा मैं सुन कर सन्न रह गया। स्लेजिंग के बाद मैंने सचिन को जब अपना ओवर खत्म किया तो वह मेरे पास आया और बड़े ही शालीनता से मुझसे कहा कि सैकी मैंने कभी सोचा नहीं था कि तुम ऐसा करोगे। मुझे तुम उस तरह के इंसान नहीं लगते थे जो इस तरह के शब्द किसी को कहेगा। मैं तुम्हें एक अच्छा इंसान समझता था। उसकी इस बात को सुनकर मैं हैरान था। सचिन की बातें देर मेरे ख्यालों में रही। जब आप किसी से कठोरता से पेश आते हैं और सामने वाला इंसान फिर भी अच्छे से बात करता है तो आप उसके बारे में सोचने लगते हैं।"