Highlightsशेन वॉर्न 1000 इंटरनेशनल विकेट लेने वाले दुनिया के सिर्फ दूसरे गेंदबाज हैंशेन वॉर्न के नाम मुरलीधन के बाद टेस्ट इतिहास (708) में सर्वाधिक विकेट दर्ज हैंवॉर्न ने 1993 में इंग्लैंड के माइक गैटिंग को फेंकी थी सदी की सर्वश्रेष्ठ गेंद
क्रिकेट इतिहास के महानतम स्पिनरों में शुमार ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न आज (13 सितंबर) अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं।
13 सितंबर 1950 को ऑस्ट्रेलिया में जन्मे फिरकी के इस जादूगर ने अपनी लेग ब्रेक गेंदबाजी से स्पिन गेंदबाजी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
वॉर्न न सिर्फ अपने दौर पर बल्कि क्रिकेट के किसी भी दौर के महानतम स्पिनरों में से एक रहे हैं।
माइक गैटिंग को फेंकी थी 'बॉल ऑफ द सेंचुरी'
शेन वॉर्न ने 1993 की एशेज सीरीज के दौरान इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज माइक गैटिंग को एक लाजवाब गेंद पर आउट किया था। ये गेंद लेग स्टंप के बाहर गिरी और गैटिंग का ऑफ स्टंप ले उड़ी। वॉर्न की इस गेंद को मिले जबर्दस्त टर्न की वजह से ही इसे 'सदी की सर्वश्रेष्ठ गेंद' (बॉल ऑफ द सेंचुरी) कहा गया है।
1000 इंटरनेशनल विकेट लेने वाले सिर्फ दूसरे गेंदबाज हैं शेन वॉर्न
शेन वॉर्न इंटरनेशनल क्रिकेट में 1000 विकेट लेने वाले मुथैया मुरलीधरन के बाद दुनिया के सिर्फ दूसरे गेंदबाज हैं,
शेन वॉर्न के नाम मुथैया मुरलीधरन के बाद टेस्ट क्रिकेट में दूसरे सर्वाधिक विकेट दर्ज हैं। उन्होंने अपने 145 टेस्ट में 708 विकेट झटके। वह टेस्ट क्रिकेट में 600 और 700 विकेट लेने की उपलब्धि हासिल करने वाले पहले गेंदबाज थे।
साथ ही शेन वॉर्न के नाम बिना शतक के सर्वाधिक टेस्ट रन (3154) बनाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है।
1999 वर्ल्ड कप विजेजा टीम का हिस्सा थे वॉर्न
शेन वॉर्न ने 194 वनडे मैचों में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया और 1999 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे। उस वर्ल्ड कप फाइनल में वह चार पाकिस्तानी बल्लेबाजों को आउट करते हुए मैन ऑफ मैच बने थे।
वह वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल और फाइनल में तीन बार मैन ऑफ मैच बनने वाले दुनिया के एकमात्र क्रिकेटर हैं।
वॉर्न को 2000 में पांच विजडन क्रिकेटरों में चुना गया था। इसके अलावा वह 2006 में टेस्ट प्लेयर ऑफ द इयर और 1994 में विजडन क्रिकेटर ऑफ द इयर भी चुने गए।
विवादों से भी रहा शेन वॉर्न का नाता
इस स्टार स्पिनर का नाता विवादों से भी खूब रहा। 2003 वर्ल्ड कप से ठीक पहले प्रतिबंधित पदार्थों के सेवन का दोषी पाए जाने के बाद उन पर इंटरनेशनल क्रिकेट में भाग लेने के लिए एक साल का बैन लगा दिया गया था।
इसके अलावा वह अपने करियर के शुरुआती दिनों में मार्क वॉ के साथ एक बुकी से कथित संपर्क को लेकर भी विवादों में घिरे थे।