गुजरात का मुकाबला अब देश के राज्यों से नहीं, दुनिया से है: रूपाणी

By भाषा | Updated: August 15, 2021 14:52 IST2021-08-15T14:52:32+5:302021-08-15T14:52:32+5:30

Gujarat is no longer competing with the states of the country, but with the world: Rupani | गुजरात का मुकाबला अब देश के राज्यों से नहीं, दुनिया से है: रूपाणी

गुजरात का मुकाबला अब देश के राज्यों से नहीं, दुनिया से है: रूपाणी

जूनागढ़ (गुजरात), 15 अगस्त गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने स्वतंत्रता दिवस पर यहां राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद रविवार को कहा कि राज्य में कई ऐसी परियोजनाएं हैं, जो विश्व की सबसे बड़ी परियोजनाओं में से हैं और अब उसकी प्रतिस्पर्धा देश के अन्य राज्यों से नहीं, बल्कि दुनिया से है।

रूपाणी ने दावा किया कि गुजरात एकमात्र ऐसा राज्य है, जो पूरी तरह से लॉकडाउन लगाए बिना दूसरी लहर के दौरान कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने में सफल रहा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रतिबद्ध हैं और उसने इसके लिए तैयारी कर ली है।

उन्होंने देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर सौराष्ट्र क्षेत्र के जूनागढ़ में आयोजित समारोह में कहा कि यह खुशी की बात है कि रविवार तक राज्य के लोगों को कोविड-19 टीके की चार करोड़ खुराकें दे दी जाएंगी। उन्होंने दावा किया, ‘‘गुजरात का मुकाबला अब दूसरे राज्यों से नहीं, दुनिया से है।’’

रूपाणी ने कहा, ‘‘दुनिया का सबसे ऊंचा 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' गुजरात में है। दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम ‘नरेंद्र मोदी स्टेडियम’ गुजरात में है। दुनिया का सबसे बड़ा 30,000 मेगावाट अक्षय ऊर्जा पार्क गुजरात में है ... दुनिया का सबसे बड़ा सीएनजी बंदरगाह गुजरात के भावनगर में है।’’

उन्होंने कहा कि देश की पहली बुलेट ट्रेन गुजरात से शुरू होगी और राज्य ने देश में सबसे ज्यादा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आकर्षित किया है। रूपाणी ने कहा कि जीरा, कपास और मूंगफली की पैदावार में गुजरात देश में सबसे ऊपर है और यहां बेरोजगारी दर सबसे कम है।

रूपाणी ने कहा कि उनकी सरकार राज्य में 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी लोगों का जल्द से जल्द टीकाकरण करने के लिए प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार समाज के सभी वर्गों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है और कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए सरकारी योजनाओं के लाभों को उन तक पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों, महिलाओं, आदिवासियों और समाज के अन्य वर्गों के लाभ के लिए कई फैसले लिए हैं। रूपाणी ने कहा कि पिछले पांच वर्ष में ‘‘तेजी से और लंबित रखे बिना 1,700 निर्णय ’’ लिए गए। उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार ने ‘लव जिहाद’, शराबबंदी, मादक पदार्थों के खतरे और समाज के असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए सख्त कानून लागू किए हैं।

रूपाणी ने कहा कि सरकार ने राज्य में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए भी कई कदम उठाए हैं।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in app