दुबईः भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ शानदार मैच रहा। पहली बार टक्कर देखने को मिली। यादव ने कहा कि यह एक फाइनल जैसा लग रहा था। लड़कों ने पहले हाफ के बाद दूसरी पारी में काफी जज्बा दिखाया। मैंने लड़कों से कहा कि अच्छी ऊर्जा रखो और देखते हैं कि आखिर में हम कहाँ पहुँचते हैं। संजू और तिलक जैसे किसी खिलाड़ी का उस लय में आना, यह देखना अच्छा था। तिलक का भी आत्मविश्वास देखना अच्छा था। उन्होंने (अर्शदीप) पिछले 2-3 सालों में हमारे लिए अच्छा प्रदर्शन किया है। मैंने उनसे कहा कि अपनी योजनाओं पर ध्यान दें और अमल करने की कोशिश करें।
यादव ने कहा कि एशिया कप में श्रीलंका के खिलाफ हुआ सुपर चार का महज औपचारिकता का मुकाबला ‘फाइनल जैसा लगा’ और दबाव की परिस्थितियों में अर्शदीप सिंह के रिकॉर्ड को देखते हुए उन्हें सुपर ओवर के लिए बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज को चुनने में कोई हिचकिचाहट नहीं हुई। अर्शदीप ने नियमित मैच के दौरान 19वें ओवर में शानदार गेंदबाजी की।
और फिर सुपर ओवर में दो विकेट झटककर श्रीलंका को केवल दो रन पर समेट दिया। सूर्यकुमार ने इसके बाद पहली ही गेंद पर लक्ष्य हासिल कर लिया और भारत ने टूर्नामेंट में छह मैच में लगातार छठी जीत दर्ज की। सूर्यकुमार ने मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कहा,‘‘यह फाइनल जैसा लगा (हंसते हुए)। दूसरी पारी (श्रीलंका की पारी) के पहले हाफ के बाद लड़कों ने काफी जज्बा दिखाया।
मैंने उन्हें इसे सेमीफाइनल की तरह खेलने को कहा। जीतने वाली टीम का हिस्सा होना अच्छा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अर्शदीप कई बार ऐसी स्थिति में रहे हैं और उन्होंने हमारे लिए अच्छा प्रदर्शन किया है। मैंने उनसे सिर्फ इतना कहा था कि अपनी योजनाओं पर ध्यान दो तथा किसी और चीज के बारे में मत सोचो। हम फाइनल में पहुंच चुके हैं लेकिन अपनी योजनाएं बनाओ और उन्हें लागू करो।’’
सूर्यकुमार ने कहा, ‘‘मैंने उन्हें अपनी योजनाओं पर अमल करते और भारत तथा अपनी आईपीएल फ़्रेंचाइजी के लिए अच्छा प्रदर्शन करते देखा है। उनका आत्मविश्वास सब कुछ बयां कर देता है और उस सुपर ओवर के लिए अर्शदीप के अलावा कोई और नहीं।’’ कप्तान ने बल्लेबाजों की भी सराहना की। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट पर 202 रन बनाए।
जिसमें अभिषेक शर्मा (61), तिलक वर्मा (नाबाद 49) और संजू सैमसन (39) ने अहम योगदान दिया। रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले फाइनल के बारे में बात करते हुए सूर्यकुमार ने कहा, ‘‘आज रात अच्छी तरह से उबर (थकान से) लेते हैं। अभी उसके (फाइनल) बारे में नहीं सोचते। आज कुछ खिलाड़ियों को ऐंठन की बहुत अधिक शिकायत हुई।
कल अच्छी तरह से उबर जाते हैं और फिर हम आज की तरह ही चुनौती पेश करेंगे।’’ उन्होंने कहा ‘‘मैं खिलाड़ियों से यही चाहता था कि वे अपनी योजनाओं पर अमल करें, स्पष्ट रहें और बिना किसी डर के खेलें। यही सबसे जरूरी था और मुझे यकीन है कि सभी ने वह हासिल किया जो वे चाहते थे। फाइनल में पहुंचकर खुशी हुई।’’
श्रीलंका के कप्तान चरित असलंका ने स्वीकार किया कि वरुण चक्रवर्ती और कुलदीप यादव की स्पिन जोड़ी ने लक्ष्य का पीछा करते हुए मैच का रुख बदल दिया लेकिन टीम के प्रदर्शन को लेकर वह उत्साहित रहे। असलंका ने कहा, ‘‘बेशक, यह एक शानदार मैच था। मुझे लगता है कि हम मैच में बने हुए थे और वरुण तथा कुलदीप के शानदार ओवरों तक हम मैच को अच्छी तरह से संभाल रहे थे।’’
मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए पथुम निसांका ने 58 गेंद में 107 रन की पारी खेली जबकि कुसाल परेरा ने 32 गेंद पर 58 रन बनाए जिससे श्रीलंका ने सुपर ओवर में हारने से पहले 202 रन के स्कोर की बराबरी की। असलंका ने कहा, ‘‘(निसांका और परेरा की) बल्लेबाजी अविश्वसनीय थी।
उनके (भारत के) पास काफी अनुभवी गेंदबाज हैं लेकिन उन्होंने (निसांका और परेरा ने) बहुत अच्छी बल्लेबाजी की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एशिया कप में कई सकारात्मक बातें हुईं। हम अच्छा क्रिकेट खेल रहे हैं लेकिन पिछले दो मैचों में जीत हासिल नहीं कर पाए। कप्तान के तौर पर टीम में कई सकारात्मक बातें हैं।’’