जम्मू-कश्मीर के भाजपा नेता पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज

By भाषा | Updated: November 2, 2021 16:53 IST2021-11-02T16:53:28+5:302021-11-02T16:53:28+5:30

FIR lodged against J&K BJP leader for hurting religious sentiments | जम्मू-कश्मीर के भाजपा नेता पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज

जम्मू-कश्मीर के भाजपा नेता पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज

जम्मू, दो नवंबर जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता के खिलाफ कथित रूप से एक समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि एक वीडियो के सामने आने के बाद पूर्व पार्षद विक्रम रंधावा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई ने रंधावा के इस वीडियो का संज्ञान लिया और उन्हें सोमवार को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उन्हें 48 घंटे के भीतर अपना पक्ष रखने और सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा है।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘ रंधावा के खिलाफ यहां एक पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 295-क और 505 (2) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और आगे की जांच जारी है।’’

रंधावा पर दुबई में हुए टी-20 क्रिकेट विश्व कप में भारत के खिलाफ मैच में पाकिस्तान को मिली जीत के बाद जश्न मनाने की घटनाओं पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है। रंधावा को भाजपा ने सोमवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया। सुनील सेठी की अध्यक्षता वाली भाजपा अनुशासन समिति ने उनसे 48 घंटे के भीतर अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा है।

नोटिस में कहा गया, '' सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें आप एक खास समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाने वाले बयान देते नजर आ रहे हैं। यह पार्टी के लिए अस्वीकार्य है और इससे पार्टी की बदनामी हुई और शर्मिंदगी उठानी पड़ी।’’

रंधावा के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का आदेश देने वाले पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रवींद्र रैना ने कहा कि रंधावा की टिप्पणी सुनकर वह व्यक्तिगत तौर पर आहत हुए। उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी पार्टी के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है क्योंकि यह सभी धर्मों का सम्मान करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के नारे में विश्वास करती है।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘ उन्हें एक उदाहारण बनाया जाना चाहिए और कानून को इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि बाकी लोगों को ऐसा करने से रोका जा सके।

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