वेस्टइंडीज में जन्मे इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोर्डन ने नस्लवाद पर कहा, 'विविधता को अपनाने के मामले में इंग्लैंड की टीम सबसे आगे'

Chris Jordan: बारबाडोस में जन्मे तेज गेंदबाज क्रिस जोर्डन ने कहा है कि इंग्लैंड क्रिकेट टीम में नस्लवाद कोई मुद्दा नहीं है और वह विविधता के मामले में सबसे आगे हैं

By भाषा | Updated: June 11, 2020 17:42 IST2020-06-11T17:42:03+5:302020-06-11T17:42:03+5:30

England team leads the way in embracing diversity: Chris Jordan on Racism | वेस्टइंडीज में जन्मे इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोर्डन ने नस्लवाद पर कहा, 'विविधता को अपनाने के मामले में इंग्लैंड की टीम सबसे आगे'

क्रिस जोर्डन ने इंग्लैंड की टीम को सबसे विविधतापूर्ण टीमों में से एक करार दिया (ECB)

Highlightsश्चित तौर की इंग्लैंड की टीम में नस्लवाद कोई मुद्दा नहीं है: क्रिस जोर्डन इंग्लैंड की टीम नस्लवाद पर खुलकर बातचीत को बढ़ावा देती है: क्रिस जोर्डन

लंदन, 11 जून (भाषा) तेज गेंदबाज क्रिस जोर्डन का कहना है कि विविधता को अपनाने के मामले में इंग्लैंड की क्रिकेट टीम सबसे आगे है और जहां तक नस्लवाद की निंदा का सवाल है तो टीम के प्रत्येक सदस्य को पता है कि उन्हें इसमें भूमिका निभानी है।

इंग्लैंड की टीम क्रिकेट की सबसे विविधता पूर्ण टीमों में से एक है जिसमें बारबाडोस में जन्में जोफ्रा आर्चर, पाकिस्तान मूल के स्पिनर आदिल राशिद और ऑलराउंडर मोईन अली और आयरलैंड में जन्में सीमित ओवरों की टीम के कप्तान इयोन मोर्गन शामिल हैं। 

हमारी टीम सबसे विविधतापूर्ण टीमों में से एक: क्रिस जोर्डन 

जोर्डन ने ‘स्काई स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘‘टीम के नजरिये से कहूं तो आप जो देखते हो आपको वही मिलता है। इसमें काफी विविधता है और मोर्गन ने इसकी अच्छी तरह अगुआई की है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जागरूकता के मामले में हम सभी को भूमिका निभानी होगी और नस्लवाद विरोधी होना होगा। निश्चित तौर पर इंग्लैंड की टीम में यह कोई मुद्दा नहीं है और जहां तक विविधता का सवाल है तो यह टीम एक अच्छा उदाहरण है।’’

बारबडोस में जन्में 31 साल के जोर्डन ने कहा कि इंग्लैंड की टीम नस्लवाद पर खुलकर बातचीत को बढ़ावा देती है। श्वेत पुलिस अधिकारी के हाथों अफ्रीकी मूल के अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद से दुनिया भर में नस्लवाद की निंदा हो रही है। वेस्टइंडीज की टी20 विश्व कप जीतने वाली टीम के कप्तान डेरेन सैमी और स्टार बल्लेबाज क्रिस गेल जैसे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों ने आगे आकर कथित नस्ली उत्पीड़न के आरोप लगाए। सैमी ने विरोध-प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि इंडियन प्रीमियर लीग में खेलते हुए उन्हें ‘कालू’ कहा गया अश्वेत लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला अपमानजनक शब्द है। 

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