नयी दिल्ली/कोलंबो, नौ जुलाई श्रीलंकाई टीम में कोविड-19 के दो मामले सामने आने के बाद घरेलू टीम के खिलाफ भारत की छह मैचों की सीमित ओवरों की श्रृंखला के कार्यक्रम में बदलाव किया गया है और अब पहला वनडे मैच 13 जुलाई के बजाय 17 जुलाई को होगा।
श्रीलंका के बल्लेबाजी कोच ग्रांट फ्लावर और डाटा विश्लेषक जीटी निरोशन ब्रिटेन से लौटने के बाद कोविड-19 जांच में पॉजिटिव पाये गये हैं जिसके कारण श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को तीन दिन के निर्धारित कड़े पृथकवास को बढ़ाने के लिये बाध्य होना पड़ा।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सीनियर अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए पीटीआई से कहा, ‘‘हां, श्रृंखला अब 13 जुलाई के बजाय 17 जुलाई से शुरू होगी। यह फैसला खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए श्रीलंका क्रिकेट के साथ बातचीत करके ही लिया गया है। ’’
श्रीलंका क्रिकेट में सूत्रों से बातचीत के बाद पता चला है कि नयी तारीखों पर अब भी बीसीसीआई से विचार विमर्श के बाद बातचीत चल रही है। 50 ओवर के मैचों के लिये संभावित तिथियां 17, 19 और 21 जुलाई हो सकती हैं जबकि तीन मैचों की वनडे श्रृंखला के 24 जुलाई से शुरू होने की संभावना है।
श्रीलंका बोर्ड के सूत्र ने पीटीआई से कहा, ‘‘हम कार्यक्रम की नयी तारीख में कुछ विकल्पों पर चर्चा कर रहे हैं। ’’
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार श्रृंखला वनडे चरण से 13 जुलाई से शुरू होनी थी जिसके अगले दो मैच 16 और 18 जुलाई को होने थे। टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच 21, 23 और 25 जुलाई को होने थे।
शिखर धवन की अगुआई वाली दूसरे दर्जे की भारतीय टीम ने अपना कड़ा पृथकवास पूरा कर लिया है और टीम कोलंबो में ट्रेनिंग कर रही है।
श्रीलंका बोर्ड के सूत्र ने बताया कि ब्रिटेन से लौटे सभी श्रीलंकाई खिलाड़ी नेगेटिव आये हैं।
सूत्र ने कहा, ‘‘ब्रिटेन से दल के लौटने के बाद ग्रांट फ्लावर पहले दिन आरटी पीसीआर परीक्षण में पॉजिटिव मिले। सभी खिलाड़ी तक कड़े पृथकवास में अपने कमरे में थे। हमने तुरंत ग्रांट को अलग पृथकवास में रख दिया। उन्हें कोई लक्षण नहीं हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘कल हमने फिर परीक्षण कराये और आज जीटी निरोशन की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी और उन्हें भी अलग कर दिया गया। अब तक हमें कोई पॉजिटिव रिपोर्ट नहीं मिल है, इसका मतलब है कि ब्रिटेन से लौटै खिलाड़ी अपनी दूसरी आरटी पीसीआर जांच में नेगेटिव आये हैं। ’’
श्रृंखला अब चार दिन आगे खिसका दी गयी है जबकि श्रीलंका बोर्ड ने खिलाड़ियों को बायो-बबल में दो अलग ग्रुप में रखा है।
सूत्र ने कहा, ‘‘ब्रिटेन से लौटे खिलाड़ियों के ग्रुप के अलावा हमने कोलंबो में दो और बायो-बबल बनाये हैं। एक बबल में 13 खिलाड़ी हैं जबकि अन्य में 26 खिलाड़ी हैं। लेकिन बीसीसीआई निश्चित रूप से मुख्य टीम के खिलाफ खेलना चाहेगा।’’
श्रीलंका की सफेद गेंद की टीम को इसके बाद कोई श्रृंखला नहीं खेलनी है तो कार्यक्रम का बदलाव बड़ी समस्या नहीं थी।
सारे मैच प्रेमदासा स्टेडियम में होने हैं तो तारीख में लचीलापन हो सकता है क्योंकि खिलाड़ियों को यात्रा नहीं करनी है।
भारतीय टीम पिछले तीन दशकों से ताज समुद्र में रहती आयी है और वहीं ठहरी है।
निरोशन के पॉजिटिव होने की पुष्टि शुक्रवार को हुई जबकि फ्लावर गुरूवार को पॉजिटिव आये थे और यह टीम के इंग्लैंड से लौटने के 48 घंटे बाद पता चला।
पृथकवास में रह रहे अन्य सभी खिलाड़ियों की भी जांच करायी गयी है।
नेगेटिव आने से पहले श्रीलंकाई टीम को स्वदेश लौटने के बाद अपनी पीसीआर जांच के नतीजों का बेसर्बी से इंतजार करना पड़ा क्योंकि रविवार को ब्रिस्टल में दौरे के अंतिम मैच के बाद इंग्लैंड टीम में कई खिलाड़ी कोविड-19 पॉजिटिव आये थे।
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