नयी दिल्ली, 15 फरवरी भारत और दक्षिण अफ्रीका की महिला टीमों के बीच अगले महीने प्रस्तावित सीमित ओवरों की श्रृंखला के लिए केरल क्रिकेट संघ (केसीए) द्वारा मेजबानी में असमर्थता व्यक्त करने के बाद बेंगलुरु का चिन्नास्वामी स्टेडियम इस दौड़ में सबसे आगे है।
केसीए के सचिव श्रीजीत वी नायर ने पीटीआई-भाषा से कहा कि उन्हें मार्च के पहले सप्ताह से आठ मैचों (तीन एकदिवसीय और पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय) मैचों के अलावा 14 दिन के प्रशिक्षण शिविर की मेजबानी करनी थी, लेकिन ग्रीनफील्ड स्पोटर्स हब स्टेडियम के मालिक ‘आईएल एंड एफएस’ ने इस दौरान सेना भर्ती से जुड़े कार्यक्रम के लिए इस जगह को दो सप्ताह के लिए आरक्षित कर दिया है।
नायर ने कहा, ‘‘ महिलाओं के श्रृंखला की तारीखों के दौरान ही ‘आईएल एंड एफएस’ ने स्टेडियम को दूसरे के नाम आरक्षित किया है तो हमारे समझौता ज्ञापन (एमओयू) का उल्लंघन है। हमने बीसीसीआई को मैचों की मेजबानी करने में असमर्थता व्यक्त करने की जानकरी दे दी है।’’
केसीए के पास इस स्टेडियम के प्रबंधन का ‘आईएल एंड एफएस’ के साथ एक समझौता है।केसीए के नाम वापस लेने के बाद बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) बेंगलुरु को एक वैकल्पिक स्थल के रूप में देख रहा है।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ बेंगलुरु एक अच्छा विकल्प है लेकिन कोविड-19 के कारण हम सरकार की अनुमति पर निर्भर हैं और लॉजिस्टिक्स पर भी काम करने की जरूरत है। हमारा लक्ष्य मार्च के पहले सप्ताह में श्रृंखला शुरू करने का है।
बीसीसीआई और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने हालांकि अभी श्रृंखला की घोषणा नहीं की है लेकिन भारतीय खिलाड़ियों को इसके बारे में सूचित किया गया है। टीम ने पिछले साल मार्च में टी20 विश्व कप फाइनल के बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है। उस फाइनल के बाद उन्हें मैदान में उतरने का एकमात्र मौका पिछले नवंबर में शारजाह में महिला टी20 चैलेंज के मैचों के दौरान मिला था।
इस श्रृंखला को बायो-बबल (जैव-सुरक्षित) में खेलना होगा, इसलिए टीम को पहले मैच से कम से कम दो सप्ताह पहले इकट्ठा होना होगा, जिसमें छह दिन पृथकवास के लिए आरक्षित होंगे।
सूत्र ने बताया, ‘‘ खिलाड़ी अपने संबंधित केंद्रों पर प्रशिक्षण ले रहे हैं, लेकिन निश्चित रूप से उन्हें श्रृंखला से पहले एक साथ प्रशिक्षण के लिए कम से कम 10 दिन की आवश्यकता होगी। वे लंबे समय से खेल से दूर हैं।
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