बीसीसीआई एसजीएम: बोर्ड आईपीएल की तारीख तय करने के साथ रणजी मुआवजे को लेकर कर सकता है चर्चा

By भाषा | Updated: May 28, 2021 13:43 IST2021-05-28T13:43:34+5:302021-05-28T13:43:34+5:30

BCCI SGM: The board may discuss the date of IPL with Ranji compensation | बीसीसीआई एसजीएम: बोर्ड आईपीएल की तारीख तय करने के साथ रणजी मुआवजे को लेकर कर सकता है चर्चा

बीसीसीआई एसजीएम: बोर्ड आईपीएल की तारीख तय करने के साथ रणजी मुआवजे को लेकर कर सकता है चर्चा

नयी दिल्ली, 28 मई भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) शनिवार को ऑनलाइन होने वाली विशेष आम बैठक (एसजीएम) में निलंबित इंडियन प्रीमियर लीग के बाकी बचे मैचों को 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक के बीच यूएई में कराने पर फैसला कर सकता है।

बैठक का एजेंडा ‘भारत में व्याप्त महामारी के मद्देनजर आगामी क्रिकेट सत्र पर चर्चा करना’ है।

एजेंडा के व्यापक दायरे में सदस्यों को आईसीसी टी20 विश्व कप और रद्द किए गए रणजी ट्रॉफी के पिछले सत्र के लिए घरेलू क्रिकेटरों के लिए विलंबित मुआवजे के पैकेज पर चर्चा करना भी शामिल है।

बीसीसीबाई टी20 विश्व कप को भारत में ही आयोजित करना चाहता है और एक जून को आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) के बोर्ड की बैठक के दौरान वह खेल के इस वैश्विक निकाय को कोई भी फैसला लेने से पहले भारत में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए इंतजार करने को कहेगा।

बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के शनिवार को मुंबई से बैठक की अध्यक्षता करने की उम्मीद है। आईपीएल के 18 से 20 सितंबर के बीच फिर से शुरू होने और 10 अक्टूबर को समाप्त होने की उम्मीद है। यूएई के अबू धाबी, दुबई और शारजाह में तीन स्थानों पर इसके मैचों की मेजबानी की जाएगी।

बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बैठक से एक दिन पूर्व पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ जाहिर है, मुख्य मुद्दा आईपीएल का कार्यक्रम होगा। हम फाइनल सहित चार प्ले-ऑफ मैच (दो क्वालीफायर, एक एलिमिनेटर) के अलावा 10 डबल-हेडर (एक दिन में दो मुकाबले) और सात सिंगल हेडर (एक दिन में एक मैच) की उम्मीद कर रहे हैं। लीग सप्ताहांत में शुरू होगा और फाइनल भी सप्ताहांत में आयोजित किया जाएगा।’’

इसमें विदेशी खिलाड़ियों की सेवाएं लेने और बबल-टू बबल ट्रांसफर (एक जैव-सुरक्षित माहौल से दूसरे जैव-सुरक्षित माहौल में आना) सहित अन्य संबंधित पहलुओं पर भी बहुत विचार-विमर्श होगा।

उन्होंने बताया, ‘‘ इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के क्रिकेट निदेशक एशले जाइल्स पहले ही कह चुके हैं कि उनके देश के खिलाड़ियों को आईपीएल खेलने की अनुमति नहीं दी जाएगी क्योंकि वे आईसीसी टी20 विश्व कप से पहले अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का पालन करेंगे।’’

एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ उम्मीद है कि अध्यक्ष और सचिव हमें बताएंगे कि इंग्लैंड के खिलाड़ियों की स्थिति को कैसे संभाला जाएगा।’’

जोस बटलर, बेन स्टोक्स (यदि फिट हो), जोफ्रा आर्चर (यदि फिट हो), जॉनी बेयरस्टो, सैम कुरेन, इयोन मोर्गन, मोइन अली जैसे खिलाड़ी अपनी राष्ट्रीय टीम के अंतिम एकादश के खिलाड़ी है ऐसे में फ्रेंचाइजियों के लिए उनका विकल्प ढूंढना आसान नहीं होगा।

भारतीय टीम 14 सितंबर को इंग्लैंड के दौरे को खत्म कर वहां से चार्टर्ड विमान से यूएई आयेगी।

टी20 विश्व कप का मुद्दा भी बैठक में अहम होगा। भारत में कोविड-19 मामले के कारण इसके यूएई में होने की संभावनाएं है।

यूएई में आईपीएल मैचों के आयोजन की स्थिति में पिचों का इस्तेमाल ज्यादा होगा ऐसे में आईसीसी अमीरात क्रिकेट बोर्ड और बीसीसीआई से इस वैश्विक प्रतियोगिता के लिए तीन में से दो मैदानों की मांग कर सकता है।

बोर्ड की कोशिश हालांकि टी20 विश्वकप को भारत में ही करने की होगी लेकिन एक अधिकारी ने सवाल किया, ‘‘ जब हम आठ टीमों के आईपीएल मैचों को सितंबर अक्टूबर में भारत में नहीं करा पा रहे हैं तो 16 अंतरराष्ट्रीय टीमें के टी20 विश्व कप को नौ शहरों में कैसे करवाएंगे।’’

भारतीय टीम को टी20 विश्व कप से पहले न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीमित ओवरों की श्रृंखलाएं खेलनी थी लेकिन आईपीएल के कारण इसे रद्द करना होगा।

इस बैठक में कोविड-19 के कारण रद्द हुए रणजी सत्र के कारण 700 खिलाड़ी प्रभावित हुए है। बीसीसीआई ने पिछले साल जनवरी में खिलाड़ियों को वित्तीय मदद का भरोसा दिया था लेकिन उसके तरीके के बारे में नहीं बताया था।

राज्य इकाई (रणजी टीम) से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ घरेलू क्रिकेट में खेलने वाले महज 73 क्रिकेटरों के पास ही आईपीएल अनुबंध है। सिर्फ विजय हजारे और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेलने से उनकी वित्तीय जरूरते पूरी नहीं होंगी। मुझे लगता है कि इसका सबसे बेहतर समाधान राज्य इकाइयों को एकमुश्त मुआवजा पैकेज सौंपना होगा और वे पिछले सत्र के अनुसार अपने खिलाड़ियों के बीच वितरित करेंगे।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in app