बीसीसीआई एजीएम : टी20 विश्व कप को कर छूट, नयी आईपीएल टीमों का मसला एजेंडे में

By भाषा | Updated: December 23, 2020 14:14 IST

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अहमदाबाद, 23 दिसंबर अगले साल भारत में होने वाले टी20 विश्व कप को कर में पूरी छूट दिये जाने का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद को आश्वासन देने के लिये मिली समय सीमा खत्म होने में एक सप्ताह ही रह गया है और ऐसे में भारतीय क्रिकेट बोर्ड की गुरूवार को यहां होने वाली आम सभा की 89वीं सालाना बैठक में यह मसला प्रमुख रहेगा ।

इसके अलावा दो नयी आईपीएल टीमों को शामिल करना और विभिन्न क्रिकेट समितियों का गठन भी एजेंडे में शामिल होगा ।

अगले साल अक्टूबर नवंबर में भारत में होने वाले टी20 विश्व कप के आयोजन के लिये कर में पूरी छूट की गारंटी देने के लिये आईसीसी ने बोर्ड को 31 दिसंबर तक की समय सीमा दी है । कर छूट नहीं मिलने पर टूर्नामेंट यूएई में खेला जायेगा ।

इससे पहले भी वैश्विक टूर्नामेंटों को कर में छूट देने की परंपरा रही है लेकिन मौजूदा कर कानूनों के तहत खेल आयोजनों को ऐसी रियायत नहीं मिलती । अब देखना होगा कि इस मसले पर बीसीसीआई का क्या रूख रहता है । बीसीसीआई और आईसीसी के बीच कर छूट का यह मसला नया नहीं है । इससे पहले भी 2016 में भारत में हुए टी20 विश्व कप पर लगाये गए कर की वसूली के लिये आईसीसी ने बीसीसीआई के सालाना राजस्व का हिस्सा काटने की धमकी दी थी ।

इस बीच बीसीसीआई के नये उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला के चयन की भी इस बैठक में औपचारिक घोषणा होगी जो सर्वसम्मति से चुने गए हैं । बृजेश पटेल आईपीएल संचालन परिषद के प्रमुख बने रहेंगे ।

ऐसी भी अटकलें हैं कि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली से उनके विज्ञापनों और उससे जुड़े हितों के टकराव के मामले पर भी सवाल किये जायेंगे लेकिन अभी इस पर कोई स्पष्टता नहीं है ।

आईपीएल 2022 के लिये दो नयी टीमों को भी मंजूरी दी जायेगी । बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया ,‘‘ इस समय आईपीएल में दस टीमें रखना 2021 के लिये संभव नहीं है । इसके लिये निविदा की प्रक्रिया और नीलामी लंबा समय लेगी और इतने कम समय में यह मुमकिन नहीं ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ यह सही होगा कि मंजूरी ले ली जाये और 2022 में 94 मैचों का टूर्नामेंट हो ।’’

आईसीसी के मंचों पर बीसीसीआई सचिव और गांगुली बोर्ड के प्रतिनिधि बने रहेंगे ।

बीसीसीआई अगर 2028 लॉस एंजिलिस ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने का समर्थन करता है तो उसकी स्वायत्ता खत्म हो जायेगी और वह राष्ट्रीय खेल महासंघ होने के नाते खेल मंत्रालय के अंतर्गत आ जायेगा ।

बीसीसीआई की विभिन्न समितियों का गठन भी लंबे समय से रूका हुआ है । समझा जाता है कि नयी क्रिकेट सलाहकार समिति का गठन होगा जो तीन नये चयनकर्ता चुनेगी।

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