पाकिस्तान में T20 टूर्नामेंट में नौ खिलाड़ियों, तीन अधिकारियों ने ‘बायो-बबल’ का उल्लघंन किया

रावलपिंडी में होटल में कोविड-19 प्रोटोकॉल के उल्लघंन से नाराज पीसीबी ने कहा कि भविष्य में अगर कोई खिलाड़ी या अधिकारी ‘बायो-बबल’ का उल्लंघन करता है तो उसे टूर्नामेंट से तुरंत बाहर कर दिया जायेगा...

By भाषा | Updated: October 16, 2020 20:27 IST2020-10-16T20:27:37+5:302020-10-16T20:27:37+5:30

9 players, 3 officials breach bio-bubble in Pakistan’s T20 competition | पाकिस्तान में T20 टूर्नामेंट में नौ खिलाड़ियों, तीन अधिकारियों ने ‘बायो-बबल’ का उल्लघंन किया

पाकिस्तान में T20 टूर्नामेंट में नौ खिलाड़ियों, तीन अधिकारियों ने ‘बायो-बबल’ का उल्लघंन किया

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने शुक्रवार को कहा कि नौ खिलाड़ियों और तीन अधिकारियों ने रावलपिंडी में चल रहे राष्ट्रीय टी20 कप के दौरान ‘बायो-बबल’ का उल्लघंन किया। इन क्रिकेटरों में राष्ट्रीय टीम के कुछ खिलाड़ी भी शामिल हैं।

पीसीबी ने खिलाड़ियों के नाम नहीं बताये लेकिन मीडिया खबरों के अनुसार फखर जमां, इमाम उल हक, खुर्रम मंजूर, मोहम्मद हफीज, राशिद खान, बासित अली, कामरान अकमल, सोहेल खान, अब्दुल रज्जाक, अनवर अली, यासिर शाह और उस्मान शिनवारी ये खिलाड़ी हैं। पीसीबी के ‘हाई परफोरमेंस सेंटर’ के निदेशक नदीम खान ने इस पूरी तरह अस्वीकार्य बताया।

उन्होंने कहा, ‘‘पीसीबी परेशान और निराश है कि कुछ सीनियर खिलाड़ी और अधिकारियों ने राष्ट्रीय टी0 कप के दौरान जैविक रूप से सुरक्षित बबल का उल्लघंन किया। इससे उन्होंने टूर्नामेंट की साख और अपने साथियों के स्वास्थ्य को खतरे में डाल दिया।’’

बायो-बबल में रहना आसान नहीं, मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है: वकार

पाकिस्तान के गेंदबाजी कोच और पूर्व कप्तान वकार यूनिस कोविड-19 महामारी के बीच जैव सुरक्षित माहौल (बायो-बबल) में अंतरराष्ट्रीय या घरेलू स्तर पर क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य के बारे में चिंतित हैं।

वकार ने कहा कि उन्हें इस बात की चिंता है कि अगर पाकिस्तान ने कोविड​​-19 की मौजूदा स्थिति में अधिक समय तक खेलना जारी रखा तो कई खिलाड़ियों को मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने आगाह करते हुए कहा, ‘‘ खिलाड़ियों या अधिकारियों के लिए जैव-सुरक्षित माहौल में इतना समय व्यतीत करना आसान नहीं है और यह उनके मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।’’

बीमारी से बचने के लिए प्रतिस्पर्धा के दौरान खिलाड़ी बाहरी दुनिया से अलग बायो-बबल में रहते है। उन्होंने कहा कि क्रिकेट बोर्ड का गंभीरता से खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को देखना चाहिये। उन्होंने कहा, ‘‘यह स्थिति सिर्फ पाकिस्तान क्रिकेट के साथ नहीं है बल्कि यह चिंता पूरी क्रिकेट दुनिया की है।’’ उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के लिए लंबे समय तक पृथकवास और जैव सुरक्षित माहौल में समय बिताना मुश्किल है।

 

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