परिस्थितियों से अधिक परिचित होने के कारण न्यूजीलैंड का भारत पर पलड़ा भारी : ब्रेट ली

By भाषा | Published: June 4, 2021 01:11 PM2021-06-04T13:11:10+5:302021-06-04T13:11:10+5:30

New Zealand have an edge over India due to being more familiar with the conditions: Brett Lee | परिस्थितियों से अधिक परिचित होने के कारण न्यूजीलैंड का भारत पर पलड़ा भारी : ब्रेट ली

परिस्थितियों से अधिक परिचित होने के कारण न्यूजीलैंड का भारत पर पलड़ा भारी : ब्रेट ली

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दुबई, चार जून आस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली का मानना है कि साउथम्पटन में होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्लयूटीसी) फाइनल में न्यूजीलैंड का भारत पर पलड़ा भारी रह सकता है क्योंकि कीवी टीम स्विंग गेंदबाजी के अनुकूल परिस्थितियों में खेलने की अधिक आदी हैं।

भारत और न्यूजीलैंड के बीच 18 जून से यह ऐतिहासिक मैच खेला जाना है। भारतीय टीम गुरुवार को इंग्लैंड पहुंची जबकि न्यूजीलैंड की टीम अभी मेजबान के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेल रही है।

ली ने आईसीसी की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, ''मुझे लगता है कि दोनों टीमें एक जैसी हैं। मैं हालांकि न्यूजीलैंड के स्वदेश में इसी तरह की परिस्थितियों में खेलने के बारे में सोच रहा हूं।''

उन्होंने कहा, ''परिस्थितियां तेज गेंदबाजों, स्विंग गेंदबाजों के अनुकूल हो सकती है। इसलिए यहां मुझे लगता है कि कीवी टीम को फायदा हो सकता है।''

ली ने कहा, ''जहां तक बल्लेबाजी का सवाल है तो दोनों टीमों के पास ऐसे बल्लेबाज हैं जो स्विंग गेंदबाजी को खेल सकते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि गेंदबाजों की भूमिका अहम होगी और जो भी टीम अच्छी गेंदबाजी करेगी वह फाइनल में विजेता बनेगी।''

फाइनल में विराट कोहली और केन विलियमसन की भिन्न कप्तानी शैली के बीच भी मुकाबला होगा जिसे ली ने दिलचस्प करार दिया।

इस दिग्गज तेज गेंदबाज ने कहा, ''केन अधिक रूढ़िवादी कप्तान है। उसके पास क्रिकेट की अच्छी समझ है। मैं उसकी शांतचितता से प्रभावित हूं। वह रूढ़िवादी कप्तान है लेकिन जरूरत पड़ने पर आक्रमण भी करता है। वह धैर्य बनाकर रखता है और यह उसके और उसकी टीम के काम आता है। ''

ली ने कहा, ''यदि आप कोहली को देखो तो वह आक्रामक कप्तान है। इन दोनों मामलों में कोई सही या गलत जवाब नहीं है क्योंकि मैं रूढ़िवादी और आक्रामक दोनों तरह के कप्तानों के साथ खेला हूं। ''

उन्होंने कहा, ''यह देखना दिलचस्प होगा कि इन दोनों में कौन अव्वल रहता है क्योंकि उनकी शैली भिन्न है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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