‘स्विच हिट’ पर नजर रखना मैदानी अंपायरों के लिये संभव नहीं : टोफेल

By भाषा | Published: December 4, 2020 12:15 PM2020-12-04T12:15:37+5:302020-12-04T12:15:37+5:30

Monitoring of 'switch hit' is not possible for on-field umpires: Tofail | ‘स्विच हिट’ पर नजर रखना मैदानी अंपायरों के लिये संभव नहीं : टोफेल

‘स्विच हिट’ पर नजर रखना मैदानी अंपायरों के लिये संभव नहीं : टोफेल

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सिडनी, चार दिसंबर साइमन टोफेल का मानना है कि ‘स्विच हिट’ शॉट को अवैध करार देना अव्यवहारिक है क्योंकि मैदानी अंपायरों के लिये बल्लेबाज की ‘ग्रिप’ या ‘स्टांस’ में बदलाव पर नजर रखना संभव नहीं है ।

इससे पहले आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने कहा था कि आईसीसी को ‘स्विच हिट’ शॉट पर प्रतिबंध लगा देना चाहिये क्योंकि यह गेंदबाजों और क्षेत्ररक्षण कर रही टीम के लिये अनुचति है ।

आईसीसी एलीट पैनल के पूर्व अंपायर टोफेल ने ‘सिडनी मार्निंग हेराल्ड’ से कहा ,‘‘ क्रिकेट का खेल विज्ञान नहीं, कला है । हम परफेक्ट नहीं हैं’’

उन्होंने कहा ,‘‘ अगर हम कहते हैं कि इस तरह के शॉट पर प्रतिबंध लगा देना चाहिये तो अंपायर उस पर नजर कैसे रखेंगे ।’’

लगातार पांच बार आईसीसी के सर्वश्रेष्ठ अंपायर रहे टोफेल ने कहा ,‘‘ अंपायरों को कई फैसले लेने होते हैं ।फ्रंट फुट, बैक फुट, सुरक्षित क्षेत्र और गेंद कहां पड़ी है ।एक अंपायर के लिये ग्रिप या स्टांस पर नजर रखना संभव नहीं है । ’’

उन्होंने कहा ,‘‘ ऐसा कानून बनाने का क्या फायदा जो लागू ही नहीं हो सके ।’’

‘स्विच हिट’ में गेंदबाज के हाथ से गेंद छूटते ही बल्लेबाज हाथ बदल लेता है यानी दाहिने हाथ का बल्लेबाज बायें हाथ में बल्ला थाम लेता है । आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज इसे काफी आसानी से कर लेते हैं ।

चैपल ने कहा था ,‘‘ अगर कोई बल्लेबाज गेंद पड़ने से पहले अपना हाथ या पैर बदल लेता है तो यह अवैध शॉट होना चाहिये ।’’

चैपल ने कहा कि अगर बल्लेबाज पहले ही सूचित कर देता है तो यह शॉट ठीक है वरना यह अनुचित है ।

उन्होंने कहा ,‘‘ गेंदबाज को तो अंपायर को बताना पड़ता है कि वह कैसी गेंद डालेगा लेकिन बल्लेबाज अगर दाहिने हाथ का है तो कप्तान उसी तरह से फील्ड लगता है और फिर अचानक वह बायें हाथ से खेल जाता है तो यह गलत है ।’’

वहीं आस्ट्रेलियाई हरफनमौला ग्लेन मैक्सवेल ने इस शॉट का बचाव किया था । अक्सर यह शॉट खेलने वाले मैक्सवेल ने कहा था ,‘‘ यह खेल के नियमों के दायरे में है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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