ममता बनर्जी ने 291 विधानसभा सीटों के लिए तृणमूल के उम्मीदवारों की सूची जारी की

By भाषा | Published: March 5, 2021 07:35 PM2021-03-05T19:35:41+5:302021-03-05T19:35:41+5:30

Mamta Banerjee released list of Trinamool candidates for 291 assembly seats | ममता बनर्जी ने 291 विधानसभा सीटों के लिए तृणमूल के उम्मीदवारों की सूची जारी की

ममता बनर्जी ने 291 विधानसभा सीटों के लिए तृणमूल के उम्मीदवारों की सूची जारी की

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कोलकाता, पांच मार्च पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आगामी विधानसभा चुनावों के सिलसिले में 291 सीटों के लिए तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची शुक्रवार को जारी की। टिकटों के बंटवारे में युवाओं, अल्पसंख्यकों, महिलाओं और पिछड़े समुदायों पर जोर दिया गया है।

ममता बनर्जी ने साथ ही नंदीग्राम विधानसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी की पुष्टि की।

तृणमूल कांग्रेस के सहयोगी दल गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के बिमल गुरुंग गुट के उम्मीदवार दार्जिलिंग की शेष तीन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।

नंदीग्राम सीट से अपनी उम्मीदवारी की पुष्टि करते हुए बनर्जी ने कोलकाता में अपनी पारंपरिक भवानीपुर सीट के लिए शोभनदेव चट्टोपाध्याय पर भरोसा जताया है।

राज्य चुनावों के लिए तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची जारी करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘मैं नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ूंगी, जबकि शोभनदेव चट्टोपाध्याय भवानीपुर सीट से चुनाव लडेंगे।’’

उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘हम नौ मार्च को अपना घोषणा पत्र जारी करेंगे। दस मार्च को मैं नंदीग्राम सीट के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करूंगी।’’

बनर्जी ने जनवरी में घोषणा की थी कि वह नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ेंगी।

जब उनसे भाजपा में शामिल हुए शुभेन्दु अधिकारी के नंदीग्राम में उनके खिलाफ उतरने की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

बनर्जी पहली बार नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी। इस सीट का प्रतिनिधित्व 2016 में शुभेन्दु अधिकारी ने किया था जबकि 2011 में तृणमूल कांग्रेस के एक अन्य उम्मीदवार ने किया था।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इस बार हमने अधिक युवाओं और महिला उम्मीदवारों पर जोर दिया है। इसके अलावा 23 से 24 मौजूदा विधायकों को इस बार चुनाव मैदान में नहीं उतारा गया है और सूची में लगभग 50 महिलाओं, 42 मुस्लिमों, 79 अनुसूचित जाति (एससी) और 17 अनुसूचित जनजाति (एसटी) उम्मीदवारों के नाम हैं।’’

लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने का दावा करते हुए बनर्जी ने इसे ‘‘सबसे आसान’’ चुनाव करार दिया।

यह पूछे जाने पर कि क्या 1998 में तृणमूल कांग्रेस की स्थापना के बाद से पार्टी का यह सबसे कठिन चुनाव होने वाला है तो उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारे लिए आसान चुनाव होगा। हम इसे जीतेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘सत्ता में आने के बाद हम विधान परिषद का गठन कराएंगे ताकि वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं को समायोजित किया जा सके। हम हर किसी को, विशेष रूप से 80 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को समायोजित नहीं कर सकते थे।’’

उम्मीदवारों के नामों को बताते हुए, बनर्जी ने राज्य के लोगों से आशीर्वाद मांगा और उन पर विश्वास करने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं लोगों का आशीर्वाद चाहती हूं। मुझ पर विश्वास रखें, हम राज्य की रक्षा करेंगे और इसे नयी ऊंचाइयों पर ले जायेंगे।’’

तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कहा कि राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा खराब स्वास्थ्य के कारण चुनाव नहीं लड़ेंगे।

एक अन्य बुजुर्ग मंत्री पूर्णेंदु बोस का नाम तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची में नहीं हैं।

बनर्जी ने कहा, ‘‘हम पर्वतीय क्षेत्रों में जीजेएम का समर्थन करेंगे और वे मैदानी क्षेत्रों में हमारा समर्थन करेंगे।’’

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चुनौती दी कि वे जितना चाहें केंद्रीय बल तैनात करें, लेकिन जीत तृणमूल कांग्रेस की ही होगी।

उन्होंने तृणमूल कांग्रेस को अपना समर्थन देने के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के हेमंत सोरेन और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के शरद पवार को भी धन्यवाद दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रीय जनता दल (राजद), समाजवादी पार्टी (सपा) और शिवसेना के बाद तृणमूल कांग्रेस को बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए झामुमो और राकांपा का भी समर्थन मिला है।’’

पार्टी ने अभिनेत्री सयांतिका बनर्जी, कौशनी मुखर्जी, फिल्म निर्देशक राज चक्रवर्ती के साथ कई अन्य अभिनेताओं और अभिनेत्रियों को चुनाव मैदान में उतारा है।

क्रिकेटर मनोज तिवारी हावड़ा जिले की शिबपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।

प्रमुख मंत्रियों पार्थ चटर्जी, फरहाद हाकिम और सुब्रत मुखर्जी को उनकी पारंपरिक सीटों से ही टिकट दिये गये है।

बनर्जी ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की सूची कालीघाट स्थित अपने आवास में उसी कक्ष से जारी की जहां से उन्होंने 2011 और 2016 विधानसभा चुनावों में ऐसा किया था।

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