मुंबई, दो मार्च भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को दिल्ली के नजदीक किसानों के आंदोलन को लेकर कुछ विदेशी हस्तियों के ट्वीट के बाद भारत के समर्थन में सचिन तेंदुलकर एवं लता मंगेशकर की ओर से किए गए ट्वीट की कथित जांच कराने को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा।
महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने हालांकि इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के ट्वीट की जांच करने के आदेश दिए थे न कि क्रिकेटर तेंदुलकर और गायिका लता मंगेशकर द्वारा किए गए ट्वीट की।
उल्लेखनीय है कि देशमुख ने कहा था कि राज्य का खुफिया विभाग इस बात की जांच करेगा कि किसान आंदोलन को लेकर कुछ हस्तियों ने दबाव में तो ट्वीट नहीं किया।
तेंदुलकर एवं मंगेशकर सहित कई प्रमुख हस्तियों ने केंद्र सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर चलाए हैशटैग भारत एकजुट है एवं भारत प्रोपगेंडा के खिलाफ है के साथ ट्वीट किया था।
फडणवीस ने मंगलवार को महाराष्ट्र विधानसभा में कहा कि तेंदुलकर और मंगेशकर ने ‘‘ भारत प्रोपगेंड के खिलाफ है’ और ‘‘ भारत एकजुट’’ है ट्वीट किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘क्या इस देश में भारत एकजुट कहना गलत है?कोई खड़ा होता है और गृहमंत्री से शिकायत करता है।’’
फडणवीस ने कहा कि देशमुख ऐसी शिकायतों पर कार्रवाई करने से पहले सोचें।
देशमुख ने हालांकि फडणवीस के आरोपों से इनकार कर दिया।
मंत्री ने कहा, ‘‘ मैंने तेंदुलकर या मंगेशकर की जांच कराने की बात नहीं की थी। मैंने राजनीतिक पार्टी के आईटी प्रकोष्ठ की जांच कराने की बात कही थी जिसका नाम मैं नहीं ले रहा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जांच में 12 लोगों का नाम आया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’’
बाद में देशमुख ने कहा कि यह भाजपा का आईटी प्रकोष्ठ है।
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