भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी तीन वनडे मैचों के लिए 15 सदस्यीय भारतीय टीम का ऐलान कर दिया है। इस टीम में पहले दो वनडे में नहीं खेले जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार की टीम में वापसी हुई है। लेकिन पहले दो वनडे में खेले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को अगले तीन मैचों के लिए टीम से बाहर कर दिया गया है।
बीसीसीआई द्वारा टीम का ऐलान होते ही बोर्ड फैंस के निशाने पर आ गया और लोगों ने शमी को बाहर करने की वजह पूछते हुए उसे जमकर ट्रोल किया। फैंस का ये भी कहना था कि बीसीसीआई ने उमेश को क्यों बरकरार रखा जबकि पिछले मैच में शमी ने उनसे कहीं बेहतर प्रदर्शन किया था। फैंस का कहना है कि शमी की जगह उमेश को बाहर किया जाना चाहिए था।
विंडीज के खिलाफ पहले दो वनडे मैचों में शमी और उमेश यादव होनों ही प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। शमी ने इन दो मैचों में 150 रन देते हुए सिर्फ तीन विकेट हासिल किए तो वहीं उमेश भी 142 लुटाते हुए सिर्फ एक ही विकेट ले पाए।
शमी ने गुवाहाटी वनडे में 10 ओवर में 81 रन देकर दो विकेट लिए तो वहीं विशाखापट्टनम वनडे में उन्होंने 10 ओवर में 59 रन देकर एक विकेट लिया। तो उमेश यादव ने गुवाहटी वनडे में 10 ओवर में बिना विकेट लिए 64 रन खर्च किए और विशाखापट्टनम वनडे में 10 ओवर में 78 रन देने के बावजूद सिर्फ एक विकेट ले पाए।
विंडीज के साथ टाई पर खत्म हुए दूसरे वनडे के दौरान उमेश वनडे में सबसे ज्यादा बार 70 प्लस रन देने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए और दुनिया में लसिथ मलिंगा के बाद इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर आ गए। मलिंगा ने सबसे अधिक 17 बार ये रिकॉर्ड बनाया है जबकि उमेश ने 12, आदिल राशिद ने 11 और जेम्स एंडरसन और नुवान कुलसेकरा ने 10-10 बार ये अनचाहा रिकॉर्ड बनाया है।