ब्रुक्स ने यॉर्कशर के प्रतिनिधित्व के दौरान पुजारा को ‘स्टीव’ उपनाम देने पर माफी मांगी

By भाषा | Published: November 18, 2021 07:29 PM2021-11-18T19:29:23+5:302021-11-18T19:29:23+5:30

Brooks apologizes for giving Pujara the nickname 'Steve' while representing Yorkshire | ब्रुक्स ने यॉर्कशर के प्रतिनिधित्व के दौरान पुजारा को ‘स्टीव’ उपनाम देने पर माफी मांगी

ब्रुक्स ने यॉर्कशर के प्रतिनिधित्व के दौरान पुजारा को ‘स्टीव’ उपनाम देने पर माफी मांगी

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लंदन, 18 नवंबर समरसेट के तेज गेंदबाज जैक ब्रूक्स ने यॉर्कशर काउंटी टीम के प्रतिनिधित्व के दौरान को चेतेश्वर पुजारा को ‘स्टीव’ नाम से बुलाने पर  माफी मांगी है।

अजीम रफीक के यॉर्कशर के खिलाफ संस्थागत नस्लवाद के आरोपों और उसकी जांच से इन दिनों इंग्लैंड क्रिकेट विवादों में घिरा है।

ब्रुक्स 2018 में समरसेट टीम से जुड़े। उन्होंने 2012 में किये गये अपने नस्लवादी ट्वीट के लिए भी माफी मांगी।

ब्रुक्स पर आरोप है कि उन्होंने इंग्लैंड के तेज गेंदबाज टायमल मिल्स और ऑक्सफोर्डशर के लिए कम समय के लिए काउंटी क्रिकेट खेलने वाले स्टीवर्ट लॉडैट के खिलाफ नस्लवादी शब्दों का इस्तेमाल किया है। समरसेट इन आरोपों की जांच कर रहा है।

समरसेट क्लब की वेबसाइट पर जारी बयान में ब्रुक्स ने कहा, ‘‘ अजीम रफीक के इस सप्ताह सांसदों को दिए गए बयान में मेरे नाम के संदर्भ में मैं कहना चाहूंगा कि ‘स्टीव’ नाम का उपयोग कुछ ऐसे लोगों से संबंधित है जिनके नाम उच्चारण करने में मुश्किल होती हैं। यह अतीत में ड्रेसिंग रूम के माहौल का हिस्सा रहा है। इसका किसी पंथ या नस्ल से कोई लेना देना नहीं है । इस तरह का उपनाम देना आम बात थी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं  इसका इस्तेमाल करने की बात स्वीकार करता हूं और अब मानता हूं कि ऐसा करना अपमानजनक और गलत था। मैंने चेतेश्वर से संपर्क किया है और उनके या उनके परिवार के किसी भी अपमान के लिए माफी मांगी है । उस समय मैं इसे नस्लवादी व्यवहार के रूप में नहीं लेता  था, लेकिन अब मैं समझ सकता हूँ कि यह स्वीकार्य नहीं था।’’

पुजारा ने 2015 और 2018 में यॉर्कशर के लिए काउंटी क्रिकेट खेला था।

ब्रूक्स ने यह भी स्वीकार किया कि 2012 में उनके द्वारा किए गए दो ट्वीट्स में इस्तेमाल की गई भाषा ‘अस्वीकार्य’ थी।

उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे इसका उपयोग करने पर गहरा खेद है। इन ट्वीट को देखने वाले किसी भी व्यक्ति से किसी भी अपराध के लिए मैं बिना शर्त माफी मांगता हूं। जिन दो खिलाड़ियों को मैंने ट्वीट भेजे थे, वे मेरे दोस्त हैं और निश्चित रूप से मेरा इरादा उन्हें या उसे पढ़ने वाले को नीचा दिखाने का नहीं था।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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