ब्रॉड ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की अंक प्रणाली पर सवाल उठाये

By भाषा | Published: May 14, 2021 10:46 AM2021-05-14T10:46:10+5:302021-05-14T10:46:10+5:30

Broad questions the points system of the World Test Championship | ब्रॉड ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की अंक प्रणाली पर सवाल उठाये

ब्रॉड ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की अंक प्रणाली पर सवाल उठाये

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लंदन, 14 मई इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) की अंक वितरण प्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि पांच मैचों की एशेज श्रृंखला तथा भारत और बांग्लादेश के बीच दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला के अंक कैसे बराबर हो सकते हैं।

भारत और न्यूजीलैंड के बीच 18 से 22 जून के बीच साउथम्पटन के एजिस बाउल में डब्ल्यूटीसी फाइनल खेला जाएगा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने प्रत्येक श्रृंखला के लिये समान अंक की व्यवस्था की थी ताकि कम टेस्ट मैच खेलने वाली टीम पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़े।

बॉड ने ‘प्रेस एसोसिएशन’ से बात करते हुए कहा, ‘‘विश्व टेस्ट चैंपियनशिप वास्तव में अच्छी अवधारणा है लेकिन मुझे नहीं लगता कि अभी तक यह बिल्कुल सही है। पहली बार इसका आयोजन किया जा रहा है। यह मेरी समझ से परे है कि पांच मैचों की एशेज श्रृंखला तथा भारत और बांग्लादेश के बीच दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला के समान अंक कैसे हो सकते हैं। ’’

डब्ल्यूटीसी अंक प्रणाली के तहत श्रृंखला का परिणाम नहीं बल्कि मैचों के परिणाम के हिसाब से अंक दिये जा रहे थे। पांच मैचों की श्रृंखला में प्रत्येक मैच जीतने पर कुल उपलब्ध अंकों के 20 प्रतिशत अंक मिल रहे थे जबकि दो मैचों की श्रृंखला में उपलब्ध अंकों के 50 प्रतिशत अंक मिल रहे थे।

इंग्लैंड की तरफ से 146 टेस्ट मैचों में 517 विकेट लेने वाले 34 वर्षीय ब्रॉड ने कहा कि वर्तमान अंक प्रणाली में इंग्लैंड के लिये डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचना बेहद मुश्किल होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘यह अच्छी अवधारणा है लेकिन इसकी अंक प्रणाली पर काम करने की जरूरत है। हमारे पास मौका था लेकिन इंग्लैंड की टीम जितनी अधिक क्रिकेट खेलती है उसे देखते हुए वर्तमान व्यवस्था में उसके लिये फाइनल में जगह बनाना मुश्किल होगा। ’’

भारत ने आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ लगातार दो श्रृंखलाएं जीतकर इन दोनों टीमों की डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था। आस्ट्रेलिया तीसरे और इंग्लैंड चौथे स्थान पर रहा था।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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