‘ध्रुवीकरण की अपनी राजनीति’ आगे बढ़ाने के लिए मुझे निशाना बना रही है भाजपा: फरहाद हकीम

By भाषा | Published: April 13, 2021 06:27 PM2021-04-13T18:27:52+5:302021-04-13T18:27:52+5:30

BJP is targeting me to carry forward its 'politics of polarization': Farhad Hakim | ‘ध्रुवीकरण की अपनी राजनीति’ आगे बढ़ाने के लिए मुझे निशाना बना रही है भाजपा: फरहाद हकीम

‘ध्रुवीकरण की अपनी राजनीति’ आगे बढ़ाने के लिए मुझे निशाना बना रही है भाजपा: फरहाद हकीम

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(सुदीप्तो चौधरी)

(तृणमूल नेता का नाम फिरहाद हाकिम की जगह फरहाद हकीम करते हुए)

कोलकाता, 13 अप्रैल तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के विश्वनीय समझे जाने वाले नेता फरहाद हकीम ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया है कि वह ध्रुवीकरण की राजनीति को और आगे बढ़ाने की कोशिश के तहत उनकी धार्मिक पहचान को निशाना बना रही है।

हकीम ने भाजपा के इस दावे की आलोचना की कि वह राज्य को ‘‘मिनी पाकिस्तान’’ बना देंगे।

उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रवादी हैं और राजनीति के धुव्रीकरण की कोशिश भारतीय संविधान की भावना के विपरीत है।

हकीम ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं एक राष्ट्रवादी हूं और मैं शत-प्रतिशत भारतीय हूं।’’

हकीम ने कहा कि उनके पिता उन्हें ‘बॉबी’ कहते थे। उनका यह नाम ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर बॉबी सिम्पसन के नाम पर रखा गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक भारतीय के रूप में अंतिम सांस लूंगा और मेरी कब्र इसी जमीन पर होगी। वे (भाजपा) ध्रुवीकरण के लिये एक व्यक्ति को मुसलमान या पाकिस्तानी करार देते हैं। यह संविधान (की भावना), भारत के गौरव और मूल्यों के खिलाफ है।’’

हकीम ने कहा, ‘‘भाजपा को (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी और (केंद्रीय गृह मंत्री अमित) शाह की संयुक्त साझेदारी चला रही है। उन्होंने ममता दीदी और हमारी पार्टी के अन्य नेताओं पर व्यक्तिगत हमले करके चुनाव का स्तर बहुत गिरा दिया है। केवल व्यक्तिगत हमले करना राजनीति नहीं हो सकती। पश्चिम बंगाल के लिए उनके पास क्या एजेंडा है?’’

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के इशारे पर केंद्रीय एजेंसियां चुनाव में सक्रिय हैं।’’

उन्होंने कहा कि वह सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो), ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) जैसी एजेंसियों का बहुत सम्मान करते थे, लेकिन अब संशय पैदा होने लगा है।

हकीम ने दावा कि उनके कई पार्टी सहयोगी भाजपा में इसलिए शामिल हो गए क्योंकि भगवा दल ने ‘‘केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके फंसाने’’ की धमकी देकर उन्हें ‘‘डराया और ब्लैकमेल’’ किया।

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने उनके साथ भी यही साजिश करने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।

हकीम ने कहा, ‘‘बंगाल में भाजपा का प्रभाव बढ़ना बहुत खतरनाक है। इसका कारण यह है कि भाजपा का मतलब सांप्रदायिकता, गतिरोध, बेरोजगारी है। भाजपा का उदय वाम शासन से भी अधिक खतरनाक है।’’

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश समेत भाजपा शासित अन्य राज्यों में कानून-व्यवस्था पश्चिम बंगाल से बहुत खराब है।

यह पूछे जाने पर कि क्या वह इस साल के विधानसभा चुनाव को पहले के चुनावों की तुलना में मुश्किल समझते हैं, हकीम ने दु:ख भरे लहजे में कहा, ‘‘आप क्या इसे चुनाव कहते हैं? हमने माकपा (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी) के खिलाफ जो चुनाव लड़ा था, वह राजनीतिक था, लेकिन अब कोई राजनीति नहीं है। भाजपा की रणनीति झूठी अफवाहें फैलाना है और वे किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं। वे दुष्प्रचार के लिए मीडिया, सोशल नेटवर्किंग मंचों आदि का इस्तेमाल कर रहे हैं।’’

हकीम ने कहा कि ‘‘राज्य में बार-बार आ रहे वे लोग ‘बाहरी’ हैं, जिन्हें बंगाल की संस्कृति की कतई जानकारी नहीं’’ है।

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ भाजपा कार्यकर्ता मेरे विधानसभा क्षेत्र आए और उन्होंने कहा कि बॉबी हाकिम (बांग्लादेश की राजधानी) ढाका का मूल निवासी है। यह दर्शाता है कि वे मेरे क्षेत्र में किस प्रकार ध्रुवीकरण की कोशिश कर रहे हैं। वे मूर्खों की दुनिया में रहते हैं।’’

हकीम ने कहा, ‘‘धर्म आपकी आत्मा की शुद्धि करता है और गलियों में इसका प्रदर्शन नहीं होना चाहिए। भाजपा भगवान राम का राजनीतिक मकसद से इस्तेमाल कर रही है। मैं उनसे बस इतना ही कह सकता हूं कि ‘देखो ओ दीवानों ऐसा काम न करो, राम का नाम बदनाम न करो’।’’

उन्होंने चुनाव में बनर्जी को पूर्ण बहुमत मिलने का भरोसा जताया।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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