नयी दिल्ली, 11 मार्च अक्षदीप नाथ ने किफायती गेंदबाजी करने के बाद अर्धशतक जड़ा जिससे उत्तर प्रदेश ने गुजरात को पांच विकेट से हराकर 16 साल बाद विजय हजारे ट्रॉफी एकदिवसीय क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई।
रविवार को फिरोजशाह कोटला में होने वाले फाइनल में उत्तर प्रदेश का सामना मुंबई से होगा।
गुजरात ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन उसका शीर्ष क्रम चरमरा गया और उत्तर प्रदेश की सटीक गेंदबाजी के सामने पूरी टीम 48.1 ओवर में 184 रन पर ढेर हो गई।
तेज गेंदबाजों यश दयाल और आकिब खान ने क्रमश: तीन और दो विकेट चटकाए। अक्षदीप ने छह ओवर में 29 रन देकर एक विकेट हासिल किया।
इसके जवाब में उत्तर प्रदेश की टीम ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए अक्षदीप की 104 गेंद में 71 रन की पारी की बदौलत 42.4 ओवर में पांच विकेट पर 188 रन बनाकर जीत दर्ज की। अक्षदीप ने अपनी पारी में आठ चौके मारे। फॉर्म में चल रहे उपेंद्र यादव ने 25 गेंद में नाबाद 31 रन की पारी खेलकर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया।
दिल्ली के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में 112 रन की पारी खेलने वाले यादव उस समय क्रीज पर उतरे जब उत्तर प्रदेश की टीम ने कप्तान करण शर्मा (38) और अक्षदीप के विकेट जल्दी-जल्दी गंवा दिए।
यादव ने एक छोर संभाले रखा और अपनी पारी में एक छक्का और तीन चौके जड़ते हुए 44 गेंद शेष रहते टीम को जीत दिला दी।
उत्तर प्रदेश की टीम ने पिछली बार 2004-05 सत्र में फाइनल में जगह बनाई थी और फाइनल टाई रहने के बाद तमिलनाडु के साथ ट्रॉफी साझा की थी।
उत्तर प्रदेश के कप्तान करण ने जीत के बाद अपने गेंदबाजों की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआत में गेंद तेजी से आ रही थी और ऐसे में विकेट पर गेंद करना चाहते थे और आसान गेंद नहीं फेंकना चाहते थे। हम अपनी योजना पर डटे रहे और इससे हमें सफलता मिली।’’
गुजरात के कप्तान प्रियांक पांचाल ने हार के लिए खराब बल्लेबाजी को दोषी ठहराया।
उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआत में बल्लेबाजी खराब थी और हमें दो या तीन विकेट काफी जल्दी गंवा दिए। हम 240 के आसपास का स्कोर बना सकते थे जिसे हासिल करना उनके लिए मुश्किल होता है।’’
गुजरात की ओर से हेत पटेल 87 गेंद में पांच चौकों की मदद से 60 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे। उन्होंने पीयूष चावला (42 गेंद में 32 रन, दो चौके, एक छक्का) के साथ 66 रन की साझेदारी भी की।
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