Salary Into Savings: सैलरी आते ही फुर्र!, आज ही फॉलो करें ये आसान फार्मूला, नहीं बिगड़ेगा बैंक बैलेंस, क्या है 50-30-20 नियम
By सतीश कुमार सिंह | Published: September 9, 2024 04:52 PM2024-09-09T16:52:27+5:302024-09-09T17:20:03+5:30
Salary Into Savings: अपनी मासिक तनख्वाह को एक-एक पाई का पहले ही हिसाब बनाकर रख लेता है।
Salary Into Savings: हर इंसान नौकरी कर कुछ बचाने की कोशिश करता है। एक से 10 तारीख के बीच अलग-अलग सबको सैलरी आ जाती है। मीडिल फैमली के साथ दिक्कत है कि हर माह सैलरी का इंतजार करते रहता है। माह में पहली तारीख को सैलरी आने से पहले हिसाब लगता है कि कहां-कहां खर्च करना है। अपनी मासिक तनख्वाह को एक-एक पाई का पहले ही हिसाब बनाकर रख लेता है और महीने के अंत में किसी के पास हाथ भी फैलता है। यानी बचत के नाम पर सन्नाटा। आपको एक आसान फार्मूला बता रहे है कि जिससे आप बचत कर सकते हैं और परिवार को खुशियां दे सकते हैं।
वेतन आते ही फुर्र हो जाती है। सबसे बड़ी वजह है कि हम मीडिल फैमली के पास बचत करने का फार्मूला भा पता नहीं है। खराब वित्तीय प्लान के कारण हम लोग पैसा सेव नहीं कर सकते हैं। वीडियो के माध्यम से जानिए कि कैसे 30 दिन में 50-30-20 नियम से पैसा बचाकर कहीं घूमने जा सकते है या परिवार के लिए कुछ खरीद सकते हैं।
50-30-20 नियम को अमेरिकी सीनेटर और हार्वर्ड के पूर्व कानून प्रोफेसर एलिजाबेथ वॉरेन ने अपनी बेटी अमेलिया वॉरेन त्यागी के साथ लोकप्रिय किया। इस पर एक किताब भी लिखा गया। 2005-06 में All Your Worth: The Ultimate Lifetime Money Plan में इस नियम को विस्तृत तरीके से समझाया।
Salary Into Savings: 50-30-20 नियम-
50 प्रतिशत खर्चः 50 प्रतिशत वहां खर्च करना चाहिए, जहां आपकी सबसे ज्यादा जरूरत है। आप उसके बिना गुजारा नहीं कर सकते है। रसोई, सब्जी, बच्चे फीस, मोबाइल और टीबी रिचार्ज, मेट्रो और बस किराया। किराया या गृह ऋण ईएमआई। किराने का सामान। बिजली, पानी, मोबाइल फ़ोन, इंटरनेट बिल। सार्वजनिक परिवहन या कार ऋण ईएमआई और ईंधन लागत। मासिक स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम या चिकित्सा व्यय खर्च हैं।
30 प्रतिशत खर्चः इस राशि को अपनी चाहत पर खर्च कर सकते हैं। सप्ताह में एक दिन बाहर से खाना मांगाकर खा लेना। माह में 2-3 दिन बाहर घूमने का प्लान बना सकते हैं। मनोरंजन देखने के लिए नेटफ्लिक्स, अमेज़ॅन प्राइम को रिचार्ज कर सकते हैं। कपड़े, मोबाइल, गैजेट पर भी पैसा खर्च कर सकते हैं।
20 प्रतिशत खर्चः हर इंसान को सैलरी से 20 प्रतिशत पैसा सेविंग करनी चाहिए। बचत खाते या आपातकालीन निधि में नियमित जमा कीजिए। म्यूचुअल फंड, स्टॉक, सावधि जमा, आदि में डालिए। न्यूनतम भुगतान से अधिक ऋण या क्रेडिट कार्ड बिल का समय से पहले भुगतान करना।