Up Vidhan Mandal: 12000-15000 करोड़ रुपए के बीच होगा अनुपूरक बजट?, योगी सरकार का दूसरा
By राजेंद्र कुमार | Published: December 11, 2024 07:14 PM2024-12-11T19:14:47+5:302024-12-11T19:15:51+5:30
Up Vidhan Mandal: वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा था कि इस अनुपूरक बजट से सूबे में औद्योगिक विकास, परिवहन और शिक्षा पर फोकस किया जाएगा, ऊर्जा तथा संस्कृति विभाग और रोजगार मिशन की योजनाओं पर अनुपूरक बजट की धनराशि खर्च की जाएगी.
Up Vidhan Mandal: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इसी 16 दिसंबर से शुरू हो रहे विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में दूसरा अनुपूरक बजट 17 दिसंबर को पेश करेगी. अगले वर्ष प्रयागराज में होने महाकुंभ के आयोजन में होने वाले खर्च को लेकर यह अनुपूरक बजट लाया जा रहा है. चर्चा है कि महाकुंभ की तैयारियों पर केंद्रित इस अनुपूरक बजट का आकार 12 से 15 हजार करोड़ रुपए के बीच होगा. इसके पहले बीती जुलाई में योगी सरकार ने सदन में 12,209 करोड़ 93 लाख रुपए का अनुपूरक बजट पेश किया था.
उस अनुपूरक बजट में सर्वाधिक 7500 करोड़ रुपए औद्योगिक विकास के लिए आवंटित किए गए थे. तब सूबे के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा था कि इस अनुपूरक बजट से सूबे में औद्योगिक विकास, परिवहन और शिक्षा पर फोकस किया जाएगा, ऊर्जा तथा संस्कृति विभाग और रोजगार मिशन की योजनाओं पर अनुपूरक बजट की धनराशि खर्च की जाएगी.
सपा नेता उदयवीर का तंज़
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के उस दावे के बाद अब फिर योगी सरकार को अनुपूरक बजट लाना पड़ रहा है. वित्त विभाग के अधिकारियों के अनुसार अगले वर्ष होने वाले महाकुंभ में होने वाले खर्च के चलते सरकार को यह कदम उठाना पड़ रहा है. अनुपूरक बजट का बड़ा हिस्सा महाकुंभ के लिए परिवहन विभाग, नगर विकास विभाग सहित कुंभ से जुड़े अन्य विभागों द्वारा कराए जा रहे कार्यों में खर्च होगा.
इसके अलावा औद्योगिक विकास और रोजगार मुहैया कराने के लिए चलाई जा रही एमएसएमई की योजनाओं में ख़र्च होगा. योगी सरकार द्वारा लाए जाने वाले अनुपूरक बजट को लेकर सपा नेताओं का कहना है कि योगी सरकार आम बजट में आवंटित धनराशि ख़र्च करने में असफल साबित हो रही है, लेकिन यह सरकार अनुपूरक बजट लाने में सबसे अव्वल साबित हो रही है.
सपा नेता उदयवीर कहते हैं कि योगी सरकार ने 26 मई 2022 को 6.15 लाख करोड़ रुपए से अधिक का बजट पेश किया गया था. इसके बाद 33 हजार करोड़ रुपए की व्यवस्था अनुपूरक बजट के जरिए की गई. जबकि सरकार के तमाम विभाग 6.15 लाख करोड़ रुपए के बजट की 50 प्रतिशत राशि भी खर्च नहीं कर सके थे.
अब फिर वही हो रहा है, प्रदेश सरकार के तमाम विभाग गत फरवरी में 7.36 लाख करोड़ रुपए के लाए गए बजट में आवंटित धनराशि खर्च करने में फिसड्डी साबित हुए. इसके बाद अब फिर दूसरी बार अनुपूरक बजट लाया जा रहा है. कहा जा रहा है कि महाकुंभ के आयोजन में जो खर्च हो रहा है, उसके लिए ही अनुपूरक बजट लाया जा रहा. उदयवीर कहते हैं कि महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू हो रहा है और एक माह पहले योगी सरकार अनुपूरक बजट ला रही है. अनुपूरक बजट एक माह में कैसे पूरा खर्च होगा यह देखना होगा.
नौ अध्यादेश सदन में रखे जाएंगे
फिलहाल विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में अनुपूरक बजट पेश करने के साथ ही नौ अध्यादेश भी लाए जाएंगे. 17 दिसंबर को अनुपूरक बजट पेश होगा और 18 दिसंबर को अनुपूरक बजट पर चर्चा होगी, जिसके बाद उसे पारित किया जाएगा. 19 दिसंबर और 20 दिसंबर को विधायी कार्य होंगे. सदन में यह अध्यादेश रखे जाएंगे :-
उप्र गो-सेवा आयोग (संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (सातवां संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (आठवां संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (नौवां संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र माल और सेवा कर (संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (दसवां संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र राज्य क्रीडा विश्वविद्यालय (संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र राज्य लोक सेवा आयोग (प्रकिया का विनियमन) (संशोधन) अध्यादेश
उप्र अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग (संशोधन) अध्यादेश 2024