Swiggy Share Price Updates: ऑनलाइन खाद्य एवं पेय पदार्थों की आपूर्ति करने वाली प्रमुख कंपनी स्विगी का शेयर बुधवार को अपने निर्गम मूल्य 390 रुपये से लगभग 17 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। बीएसई पर कंपनी का शेयर 5.64 प्रतिशत के उछाल के साथ 412 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ। बाद में यह 19.30 प्रतिशत चढ़कर 465.30 रुपये पर पहुंच गया और अंत में 16.91 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 455.95 रुपये पर बंद हुआ। एनएसई पर शेयर ने 7.69 प्रतिशत की बढ़त के साथ 420 रुपये पर शुरुआत की और अंत में यह 16.92 प्रतिशत की बढ़त के साथ 456 रुपये पर बंद हुआ।
कंपनी का बाजार मूल्यांकन शेयर बाजारों में शेयर सूचीबद्ध होने के दिन ही एक लाख करोड़ रुपये को पार कर गया। कंपनी का बाजार मूल्यांकन 1,02,062.01 करोड़ रुपये रहा। प्रतिद्वंद्वी जोमैटो का बाजार मूल्यांकन 2,28,463.62 करोड़ रुपये है। दिन के दौरान मात्रा के लिहाज से, बीएसई पर स्विगी के 80.74 लाख शेयरों का तो एनएसई पर 1,129.60 लाख शेयरों ने कारोबार हुआ।
स्विगी लिमिटेड के 11,327 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को शेयर बिक्री के अंतिम दिन गत शुक्रवार तक 3.59 गुना अभिदान मिला था। बेंगलुरु स्थित कंपनी ने आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 371-390 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था। कंपनी का आईपीओ 4,499 करोड़ रुपये के नए शेयरों और 6,828 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) का संयोजन था।
स्विगी के शेयर बाजार में बुधवार को दस्तक के साथ कंपनी के 500 से अधिक वर्तमान और पूर्व कर्मचारी ‘करोड़पति’ की सूची में शामिल हो गये हैं। मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि स्विगी ने 5,000 कर्मचारियों को कर्मचारी शेयर स्वामित्व योजना (ईसॉप) के तहत निर्गम की उच्च मूल्य सीमा 390 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 9,000 करोड़ रुपये के शेयर आवंटित किये हैं।
कंपनी के बाजार में सूचीबद्ध होने तथा शेयर मूल्य बढ़ने से कर्मचारियों को लाभ होगा। कंपनी ने आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) के लिए मूल्य दायरा 371 से 390 रुपये प्रति शेयर रखा गया था। मामले से जुड़े एक व्यक्ति ने कहा, ‘‘कर्मचारी शेयर विकल्प योजना के तहत 9,000 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर 5,000 पूर्व और वर्तमान कर्मचारी को दिये गये हैं।
कीमत दायरे की ऊपरी सीमा (390 रुपये) के आधार पर 5,000 में से 500 कर्मचारी करोड़पति की सूची में शामिल हो गये हैं।’ स्विगी की विवरण पुस्तिका के अनुसार, वह नये निर्गम से प्राप्त आय का उपयोग प्रौद्योगिकी बुनियादी ढांचे में निवेश, ब्रांड मार्केटिंग और कारोबार के प्रचार-प्रसार, कर्ज भुगतान और अधिग्रहण समेत अन्य कंपनी कामकाज में करेगी।