भारतीय कंपनियों की ऋण स्थिति में चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में मजबूत सुधार: रेटिंग एजंसियां
By भाषा | Updated: October 1, 2021 23:41 IST2021-10-01T23:41:45+5:302021-10-01T23:41:45+5:30

भारतीय कंपनियों की ऋण स्थिति में चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में मजबूत सुधार: रेटिंग एजंसियां
मुंबई एक अक्टूबर कोविड-19 महामारी की भयावह दूसरी लहर के बावजूद भारतीय कंपनियों की ऋण स्थिति में चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान मजबूत सुधार देखा गया। ज्यादातर रेटिंग कंपनियों ने भारतीय कम्पनियों में गिरावट की बजाय सुधार दर्शाया।
रेटिंग एजेंसियों के अनुसार कॉरपोरेट कंपनियों की स्थिति में सुधार मांग में तेजी और निरंतर सुधार को दर्शाती है।
देश की तीन घरेलू रेटिंग एजेंसियों क्रिसिल रेटिंग्स, इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च और इक्रा रेटिंग्स ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान भारतीय कंपनियों के प्रदर्शन को लेकर अपनी-अपनी रिपोर्ट जारी की।
क्रिसिल रेटिंग के अनुसार अप्रैल-सितंबर 2021 के बीच उसका ऋण अनुपात बढ़कर 2.96 गुना हो गया, जिसमे से 488 में सुधार और 105 में गिरावट हुई।
वही इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने इस अवधि के लिए अपनी रिपोर्ट में 150 कंपनियों की स्थिति में सुधार और 49 की स्थिति में गिरावट दर्शाया।
इंडिया रेटिंग्स ने तुलना के लिए वित्त वर्ष 2022 और वित्त वर्ष 2019 के प्रदर्शन को जोड़ा है, क्योंकि वित्त वर्ष 2019-2020 और 2020-21 कोविड महामारी के कारण प्रभावित रहा।
इसके अलावा इक्रा रेटिंग्स ने 303 कंपनियों की रेटिंग जारी की, जिसमे दस प्रतिशत कंपनियों की ऋण स्थिति में सुधार दर्ज किया गया।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।