मुनाफावसूली से सेंसेक्स रिकॉर्ड उच्चस्तर से फिसला, बैंकिंग शेयरों में गिरावट
By भाषा | Updated: August 18, 2021 18:07 IST2021-08-18T18:07:38+5:302021-08-18T18:07:38+5:30

मुनाफावसूली से सेंसेक्स रिकॉर्ड उच्चस्तर से फिसला, बैंकिंग शेयरों में गिरावट
बीएसई सेंसेक्स बुधवार को पहली बार 56,000 अंक के स्तर को पार करने के बाद फिसल गया। निवेशकों द्वारा बैंकिंग, वित्तीय और आईटी कंपनियों के शेयरों में मुनाफा काटने से सेंसेक्स 163 अंक के नुकसान के साथ बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स 56,118.57 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर तक गया था। हालांकि, बाद में इसमें गिरावट आई। अंत में सेंसेक्स 162.78 अंक या 0.29 प्रतिशत के नुकसान से 55,629.49 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 45.75 अंक या 0.28 प्रतिशत के नुकसान से 16,568.85 अंक पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान इसने 16,701.85 अंक का अपना सर्वकालिक उच्चस्तर भी छुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में कोटक बैंक का शेयर सबसे अधिक 2.09 प्रतिशत टूट गया। आईसीआईसीआई बैंक, पावरग्रिड, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी, एक्सिस बैंक तथा मारुति के शेयर भी नुकसान में रहे। वहीं दूसरी ओर अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, नेस्ले इंडिया और बजाज ऑटो के शेयर 2.46 प्रतिशत तक चढ़ गए। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘मुनाफावसूली दबाव में स्थानीय बाजारों ने अपना शुरुआती लाभ गंवा दिया। विशेषरूप से बैंकिंग, रियल्टी और धातु कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई। हालांकि, मिडकैप की वजह से बाजार को कुछ राहत मिली। व्यापक रूप से बाजार का रुख कमजोर रहा।’’ उन्होंने कहा कि यूरोक्षेत्र में जुलाई में मुद्रास्फीति बढ़कर 2.2 प्रतिशत हो गई है, जिससे यूरोपीय बाजारों में सतर्कता का रुख था। रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंचने के बाद घरेलू सूचकांकों ने अपना समूचा लाभ गंवा दिया और बिकवाली दबाव के बीच ये नुकसान के साथ बंद हुए। विशेषरूप से निजी क्षेत्र के बैंकों के शेयरों में गिरावट आई।’’ रिजर्व बैंक ने निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक पर लगी नए क्रेडिट कार्ड जारी करने की रोक हटा दी है। इससे बैंक के शेयर में तेजी आई। बीएसई मिडकैप में 0.26 प्रतिशत का लाभ रहा। स्मॉलकैप में 0.18 प्रतिशत की गिरावट आई। अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की तथा दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहे। दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.90 प्रतिशत की बढ़त के साथ 69.65 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। वहीं, अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनियम बाजार में रुपया 11 पैसे की बढ़त के साथ 74.24 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। इस बीच, शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 343.73 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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