स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने अपने ग्राहकों को राहत देते हुए कई अहम ऐलान किए हैं। इससे खासकर बैंक के बचत खाताधारकों को काफी फायदा होगा। दरअसल, एसबीआई अब अपने खाताधारकों से एसएमएस सेवाओं के लिए कोई शुल्क नहीं लेगी।
साथ ही खाते में मिनिमम बैलेंस नहीं रहने पर भी ग्राहकों से कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा। इससे पहले बैंक खातों में मिनिमम बैलेंस नहीं रहने पर शुल्क वसूलता था और इसकी दर अलग-अलग शहरों के हिसाब से तय थी।
बैंक पूर्व में खातों में मिनिमम बैलेंस नहीं रहने पर 5 रुपये से लेकर 15 रुपये से ज्यादा तक का शुल्क वसूलती थी। बहरहाल, एसबीआई ने अब इसमें बदलाव किया है। बैंक की ओर से ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी गई।
ये सुविधा क्या उन सभी ग्राहकों को मिलेगी जिनके पास इंटरनेट बैंकिंग और चेक बुक की सुविधा है? इस सवाल पर बैंक की ओर से एक और ट्वीट कर बताया गया कि शुल्क नहीं लगाए जाने का नियम सभी प्रकार के खातों पर लागू होगा।
हालांकि इसके बावजूद ग्राहकों को ये सलाह दी जाती है कि वे मिनिमम बैलेंस को बरकरार रखने की कोशिश करें जिससे उन्हें अन्य फायदे भी मिल सकेंगे। बता दें कि एसबीआई भारत की सबसे बड़े बैंकों में से एक है और इसमें 44 करोड़ से ज्यादा बचत खाता हैं।
बता दें एसबीआई ने हाल में एटीएम से निकासी से संबंधित नियमों में भी बदला किए थे। इसके अनुसार 1 जुलाई, 2020 से एटीएम से निकासी की सुविधा सीमित कर दी गई है। मेट्रो शहरों में रहने वाले एसबीआई के नियमित बचत खाताधारक एक महीने में एटीएम से आठ बार ही मुफ्त निकासी कर सकेंगे।
इनमें पांच बार SBI और तीन बार किसी अन्य बैंक के एटीएम से निकासी की जा सकती है। इसके बाद ग्राहकों को प्रत्येक निकासी पर शुल्क देना होगा।
एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने हाल ही में कहा है कि जून से भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति में सुधार आना शुरू हो गया है। कोविड-19 महामारी के कारण अर्थव्यवस्था पर काफी बुरा असर हुआ। बैंक के प्रमुख का मानना है कि अब अर्थव्यवस्था की हालत सुधर रही है।