एसबीआई होम लोनः 5 लाख करोड़ के पार, 10 साल में पांच गुना बढ़ा, 2011 में 89,000 करोड़ रुपये थी
By सतीश कुमार सिंह | Updated: February 10, 2021 17:49 IST2021-02-10T17:48:33+5:302021-02-10T17:49:54+5:30
SBI home loan: भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने वित्त वर्ष 2023-24 में सात लाख करोड़ की प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। आवास ऋण कारोबार 5 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है।

बैंक ने वित्त वर्ष 2024 तक 7 ट्रिलियन रुपये का लक्ष्य रखा है। (file photo)
SBI home loan: भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने एक रिकॉर्ड कायम कर दिया है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने होम लोन व्यवसाय में 5 ट्रिलियन रुपये (5 लाख करोड़) का आंकड़ा पार करके एक और मील का पत्थर बन गया है।
बैंक ने वित्त वर्ष 2024 तक 7 ट्रिलियन रुपये का लक्ष्य रखा है। बैंक ने कहा कि 2011 में एसबीआई की रियल एस्टेट और आवास व्यवसाय इकाई ने पिछले 10 वर्षों में 5 गुना बढ़कर 89,000 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ 5 ट्रिलियन रुपये हो गई है। ब्याज दर 6.80% प्रति वर्ष से कम होने के साथ, एसबीआई होम लोन सेगमेंट में 34% की बाजार हिस्सेदारी है।
भारतीय स्टेट बैंक के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि
एसबीबआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा कि यह भारतीय स्टेट बैंक के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह असाधारण उपलब्धि ग्राहकों के बैंक में निरंतर विश्वास का एक प्रमाण है। हमें लगता है कि व्यक्तिगत सेवा के साथ प्रौद्योगिकी का संयोजन वर्तमान परिदृश्य में महत्वपूर्ण है।
दिनेश खारा ने कहा कि हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि SBI एक केंद्रित दृष्टिकोण अपनाकर और इसे राष्ट्रीय प्राथमिकता स्वीकार करते हुए होम लोन में मार्केट लीडर बन गया है। हमने हमेशा होम लोन को राष्ट्र के लिए ग्रोथ ड्राइवर के रूप में माना है, न कि केवल लेनदेन के रूप में। हम एसबीआई में ग्राहक खुशी को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेंगे, जो बैंक को नई ऊंचाइयों को बढ़ाने में सक्षम बनाएगा।
एक लाख करोड़ रुपये के पोर्टफोलियो के साथ 2012 में अस्तित्व में आया
उन्होंने कहा कि बैंक आवास ऋण डिलिवरी को और बेहतर बनाने के लिये विभिन्न डिजिटल पहल पर काम कर रहा है। इसमें एकीकृत मंच खुदरा कर्ज प्रबंधन प्रणाली (आरएलएमएस) शामिल है। यह व्यवस्था हर प्रकार के डिजिटल समाधान उपलब्ध कराएगी।
बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 में सात लाख करोड़ की प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। बैंक ने आवास ऋण कारोबार में 2004 में कदम रखा था। उस समय कुल पोर्टफोलियो 17,000 करोड़ रुपये था। अलग से रीयल एस्टेट और आवास कारोबार एक लाख करोड़ रुपये के पोर्टफोलियो के साथ 2012 में अस्तित्व में आया।
बैंक ऑफ इंडिया का मुनाफा तीसरी तिमाही में पांच गुना बढ़ा
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने बुधवार को बताया कि दिसंबर 2020 में खत्म हुई चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान उसका एकल शुद्ध लाभ पांच गुना बढ़कर 540.72 करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने इससे एक साल पहले की समान अवधि में 105.52 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था।
13,430.53 करोड़ रुपये से घटकर 12,372.88 करोड़ रुपये रह गई
बैंक ऑफ इंडिया ने शेयर बाजार को बताया कि हालांकि इस दौरान उसकी कुल आय घटकर 12,310.92 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले वर्ष की समान अवधि में 13,338.09 करोड़ रुपये थी। समेकित आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ 610.37 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वर्ष की समान अवधि के 138.20 करोड़ रुपये के मुकाबले लगभघ चार गुना है।
इस दौरान बैंक की समेकित आय 13,430.53 करोड़ रुपये से घटकर 12,372.88 करोड़ रुपये रह गई। परिसंपत्ति के मोर्चे पर बैंक का एनपीए या खरब ऋण दिसंबर 2020 के अंत में कुल अग्रिम के मुकाबले घटकर 13.25 प्रतिशत रह गया, जो इससे एक साल पहले की समान अवधि में 16.30 प्रतिशत था।