अगले पांच साल में खुदरा कर्ज दोगुना होकर 96 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान: रिपोर्ट
By भाषा | Updated: December 17, 2019 17:54 IST2019-12-17T17:54:51+5:302019-12-17T17:54:51+5:30
अध्ययन में अनुमान जताया गया है कि संपत्ति गिरवी रखकर ऋण लेने और सस्ता आवास कर्ज वित्त वर्ष 2024 में दोगुना होकर 46.1 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा।

संपत्ति गिरवी रखकर ऋण लेने और सस्ता आवास कर्ज वित्त वर्ष 2024 में दोगुना होकर 46.1 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा।
निजी खपत बढ़ने , ऋण लेने की इच्छा और आंकड़ों के विश्लेषण के उपयोग से मार्च 2024 तक बैंक समेत वित्तीय संस्थानों का खुदरा ऋण दोगुना होकर 96 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा। निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक और रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के संयुक्त अध्ययन के मुताबिक , मार्च 2024 तक वित्तीय इकाइयों की ओर से दिया गया खुदरा ऋण दोगुना होकर 96 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा।
इसकी तुलना में मार्च 2019 में यह आंकड़ा 48 लाख करोड़ रुपये है। आईसीआईसीआई बैंक के कार्यकारी निदेशक अनूप बागची ने संवाददाताओं को बताया , " हमारा मानना है कि निजी खपत और खासकर युवाओं में ऋण लेने की इच्छा की वजह से अगले पांच साल में यह वृद्धि होगी। इसके अलावा , शहरीकरण और एकल परिवार की प्रवृत्ति बढ़ने की वजह से भी हमें मांग में तेजी आने की उम्मीद है। "
अध्ययन में अनुमान जताया गया है कि संपत्ति गिरवी रखकर ऋण लेने और सस्ता आवास कर्ज वित्त वर्ष 2024 में दोगुना होकर 46.1 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा।
इसके अलावा , बिना गारंटी वाला कर्ज - व्यक्तिगत ऋण एवं क्रेडिट कार्ड - दोगुने से अधिक बढ़कर 2023-24 में 13.8 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है जबकि एमएसएमई को कर्ज बढ़कर 13.2 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा।