कोरोना महामारी और इस बीच देश में पैदा हुई आर्थिक चुनौतियों के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बड़ा ऐलान किया है। आरबीआई ने म्यूचुअल फंड कंपनियों को 50,000 करोड़ रुपये की विशेष नकदी सुविधा देने की घोषणा की है। पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने भी ट्वीट कर आरबीआई के इस फैसला का स्वागत किया है।
आरबीआई ने सोमवार को इसका ऐलान करते हुए कहा कि म्यूचुअल फंड को 50,000 करोड़ स्पेशल लिक्विडिटी फैसिलिटी उपलब्ध कराई जाएगी ताकि उद्योग में तरलता का संकट न खड़ा हो। साथ ही रिजर्व बैंक ने कहा कि वह हालातों को लेकर सतर्क है। कोरोना वायरस के आर्थिक असर को कम करने और वित्तीय स्थिरता को कायम रखने के लिए वह हरसंभव कदम उठा रहा है।
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से म्युच्युअल फंड सेक्टर को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। पिछले ही हफ्ते एक अभूतपूर्व कदम के तहत फ्रैंकलिन टेंपलटन म्यूचुअल फंड ने स्वेच्छा से अपनी छह ऋण योजनाओं बंद करने का फैसला किया। ऐसा कोरोना वायरस महामारी के चलते यूनिट वापस लेने के दबाव और बॉन्ड बाजार में तरलता की कमी का हवाला देकर किया गया।
पी चिदंबरम ने किया आरबीआई के फैसले का स्वागत
आरबीआई के ऐलान के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने भी इस फैसला का स्वागत किया है। चिदंबरम ने ट्वीट कर लिखा, 'मैं आरबीआई के म्यूचुअल फंड के लिए 50 हजार करोड़ रुपये की स्पेशल लिक्विडिटी फैसिलिटी के फैसले का स्वागत करता हूं। मुझे खुशी है कि आरबीआई ने दो दिन पहले जताई गई चिंताओं को ध्यान में रखा और जल्द कदम उठाए।'