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प्रतिनिधि सलाहकार कंपनियों ने फिनोलेक्स केबल्स की एजीएम से पहले संचालन का मुद्दा उठाया

By भाषा | Updated: September 27, 2021 16:34 IST

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मुंबई, 27 सितंबर शेयरधारकों के प्रतिनिधियों की सलाहकार के तौर पर काम करने वाली दो प्रतिनिधि सलाहकार (प्रॉक्सी एडवाइजरी) कंपनियों ने फिनोलेक्स केबल्स में कंपनी संचालन का मुद्दा उठाते हुए शेयरधारकों को कंपनी की सालाना आम बैठक में तीन निदेशकों की नियुक्ति के प्रस्ताव के खिलाफ मत देने की सलाह दी है। कंपनी की सालाना आम बैठक मंगलवार को होनी है।

प्रॉक्सी एडवाइजरी कंपनियों स्टेकहोल्डर एम्पावरमेंट सर्विसेज (एसईएस) तथा इनगवर्न रिसर्च ने दीपक छाबड़िया की अगुवाई वाली पुणे स्थित इस कंपनी पर शेयरधारकों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि फिनोलेक्स केबल्स ने कंपनी कानून के प्रावधानों तथा सेबी नियमों का उल्लंघन किया। प्रॉक्सी एडवाइजरी कंपनियों ने शेयरधारकों को सलाह दी है कि वे इन निदेशकों की नियुक्ति के प्रस्ताव को खारिज कर दें।

फिनोलेक्स केबल्स की स्थापना 1958 में हुई थी। 7,500 करोड़ रुपये की यह कंपनी इलेक्ट्रिकल और दूरसंचार केबल्स का विनिर्माण करती है। यह फिनोलेक्स समूह की प्रमुख कंपनी है। कंपनी की सालाना आम बैठक मंगलवार को होनी है।

करीब तीन अरब डॉलर के फिनोलेक्स समूह में ऑर्बिट इलेक्ट्रिकल्स फिनोलेक्स केबल्स शामिल हैं। ऑर्बिट के पास फिनोलेक्स केबल्स की 30.7 प्रतिशत हिस्सेदारी है। फिनोलेक्स इंडस्ट्रीज की कंपनी में 14.5 प्रतिशत हिस्सेदरी है और इसका संचालन प्रकाश छाबड़िया के पास है, जो रिश्ते में दीपक छाबड़िया के भाई हैं। उनका दीपक छाबड़िया से विवाद है।

तीनों कंपनियों में चार निदेशक समान हैं। ये हैं... दीपक छाबड़िया और प्रकाश छाबड़िया तथा सुनील पाठक और संजय अशर।

कंपनी के निदेशक मंडल ने पी आर बरपांडे, अविनाश श्रीधर खरे और फिरोजा फ्रेदून कपाड़िया को 30 सितंबर, 2020 को अतिरिक्त निदेशक नियुक्त किया था। अब इनकी निदेशक के रूप में नियुक्ति पर शेयरधारकों की मंजूरी ली जानी है। हालांकि, बारी के हिसाब से अब उनको सेवानिवृत्त किया जा सकता है।

बोर्ड ने प्रस्ताव 8, 9, 10 के तहत उनको पांच साल के लिए स्वतंत्र निदेशक नियुक्त करने का प्रस्ताव किया है। ऐसे में उनको बारी के हिसाब से सेवानिवृत्त होने की जरूरत नहीं होगी।

एसईएस ने कहा कि ये प्रस्ताव सेबी नियमों का उल्लंघन हैं। साथ ही ये कानूनी की भावना के खिलाफ भी हैं। उसने शेयरधारकों से इन निदेशकों की नियुक्ति के प्रस्ताव के खिलाफ मत देने को कहा है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

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