रेलवे की बंदरगाहों तक होने वाली माल ढुलाई में 45 प्रतिशत हिस्सेदारी पर नजर

By भाषा | Updated: April 6, 2021 21:20 IST2021-04-06T21:20:44+5:302021-04-06T21:20:44+5:30

Railways monitor 45 percent share in freight movement to ports | रेलवे की बंदरगाहों तक होने वाली माल ढुलाई में 45 प्रतिशत हिस्सेदारी पर नजर

रेलवे की बंदरगाहों तक होने वाली माल ढुलाई में 45 प्रतिशत हिस्सेदारी पर नजर

नयी दिल्ली, छह अप्रैल रेलवे ने 2030 तक बंदरगाहों से होने वाली माल ढुलाई में करीब 45 प्रतिशत हिस्सा हासिल करने का लक्ष्य रखा है। फिलहाल, इस मामले में इसकी हिस्सेदारी करीब 27 प्रतिशत है।

राष्ट्रीय रेल योजना के अनुसार बड़े बंदरगाहों से होने वाली माल की ढुलाई मौजूदा 70 करोड़ टन से बढ़कर 2026 तक 92.5 करोड़ टन तथा 2030 तक 140 करोड़ टन हो जाने का अनुमान है। बढ़ती मांग को पूरा करने के लिये, भारतीय रेलवे ने कुछ कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर लिया है और उसे 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है।

इन कार्यों में चेन्नई बीच-अट्टीपट्टू लाइन (कामराज बंदरगाह), कनकनाडी-पनमबुर लाइन (न्यू मैंगलुरू बंदरगाह), रायपुर-टीटलागढ़ दोहरीकरण (विशाखापत्तनम), मदुरै-तुतीकोरिन दोहरीकरण (तुतीकोरिन), टीटलागढ़-संबलपुर दोहरीकरण (पारादीप), संबलपुर-तालचेर दोहरीकरण (परादीप), हास्पेट-तेनाईघाट-वास्को दोहरीकरण (मुड़गांव) आदि शामिल हैं।

एक अधिकारी ने कहा, ‘‘फिलहाल रेलवे बड़े बंदरगाहों से अथवा उनतक तक होने वाली माल ढुलाई का 25 से 27 प्रतिशत माल ढुलाई करती है। वर्ष 2026 तक इसे बढ़ाकर 32 से 35 प्रतिशत (92.5 करोड़ टन) और 2030 तक 40 से 45 प्रतिशत (120 करोड़ टन) करने का लक्ष्य है।

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Web Title: Railways monitor 45 percent share in freight movement to ports

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