नयी दिल्ली, छह फरवरी पंजाब एंड सिंध बैंक (पीएंडएसबी) को चालू वित्त वर्ष की दिसंबर, 2020 में समाप्त तीसरी तिमाही में 2,375.53 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है। डूबे कर्ज के लिए ऊंचे प्रावधान की वजह से बैंक के घाटे में भारी बढ़ोतरी हुई है।
इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक को 255.49 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। सितंबर तिमाही में भी बैंक को 401.27 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय घटकर 1,982.52 करोड़ रुपये पर आ गई। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह आंकड़ा 2,077.01 करोड़ रुपये रहा था।
तिमाही के दौरान बैंक की शुद्ध आय 9.1 प्रतिशत घटकर 1,763.10 करोड़ रुपये रह गई। निवेश पर भी आय 12.1 प्रतिशत घटकर 455.42 करोड़ रुपये पर आ गई।
तिमाही के दौरान बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां कुल ऋण के 13.14 प्रतिशत पर थीं। एक साल पहले समान अवधि में यह 13.58 प्रतिशत थीं।
मूल्य के हिसाब से बैंक का सकल एनपीए 8,489.89 करोड़ रुपये था। एक साल पहले यह 8,923.49 करोड़ रुपये पर था।
बैंक का शुद्ध एनपीए उल्लेखनीय रूप से घटकर 2.84 प्रतिशत (1,638.25 करोड़ रुपये) पर आ गया। एक साल पहले यह 8.71 प्रतिशत (5,417.79 करोड़ रुपये) था।
तिमाही के दौरान डूबे कर्ज और अन्य आकस्मिक खर्च के लिए बैंक का प्रावधान बढ़कर 2,924.69 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इससे पिछले साल समान तिमाही में 494.30 करोड़ रुपये था। तिमाही के दौरान डूबे कर्ज के लिए प्रावधान 1,482.17 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले समान अवधि में 464.01 करोड़ रुपये था।
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