Petrol-Diesel Price Today: 5 अक्टूबर की सुबह अपडेट हो गए पेट्रोल और डीजल के दाम, पूरी रेट लिस्ट यहाँ करें चेक
By अंजली चौहान | Updated: October 5, 2025 08:36 IST2025-10-05T08:34:20+5:302025-10-05T08:36:53+5:30
Petrol-Diesel Price Today: 5 अक्टूबर 2025 को भारत के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें (प्रति लीटर) इस प्रकार हैं।

Petrol-Diesel Price Today: 5 अक्टूबर की सुबह अपडेट हो गए पेट्रोल और डीजल के दाम, पूरी रेट लिस्ट यहाँ करें चेक
Petrol-Diesel Price Today: पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें, जो रोज़मर्रा के खर्चों को सीधे प्रभावित करती हैं, देश की तेल विपणन कंपनियाँ (OMC) रोज़ाना सुबह 6 बजे घोषित करती हैं। अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतों में बदलाव और डॉलर व रुपये के बीच विनिमय दर के आधार पर कीमतों में संशोधन किया जाता है। गुड रिटर्न्स के अनुसार, चंडीगढ़ में पेट्रोल की सबसे कम कीमत 94.30 रुपये प्रति लीटर है, जबकि दिल्ली में यह 94.77 रुपये प्रति लीटर है।
प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें (5 अक्टूबर 2025):
शहर पेट्रोल (₹/लीटर) डीज़ल (₹/लीटर)
नई दिल्ली ₹94.77 ₹87.67
मुंबई ₹103.50 ₹90.03
कोलकाता ₹105.41 ₹92.02
चेन्नई ₹100.90 ₹92.49
बेंगलुरु ₹102.92 ₹90.99
हैदराबाद ₹107.46 ₹95.70
लखनऊ ₹94.77 - ₹96.57 ₹87.89 - ₹90.14
पटना ₹105.58 - ₹106.11 ₹91.80 - ₹92.42
चंडीगढ़ ₹94.30 ₹82.45
जयपुर ₹104.72 ₹90.18 - ₹90.21
नोएडा ₹94.77 ₹87.89
गुरुग्राम ₹94.87 - ₹95.18 ₹87.65 - ₹87.89
अहमदाबाद ₹94.49 ₹90.17
ईंधन की कीमतें निर्धारित करने वाले कारक
कच्चे तेल की कीमतें: पेट्रोल और डीज़ल मुख्य रूप से कच्चे तेल से उत्पादित होते हैं। जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं, तो इसका सीधा असर भारतीय बाज़ार पर पड़ता है।
डॉलर के मुकाबले रुपया: भारत अपना अधिकांश कच्चा तेल आयात करता है, और इसे डॉलर में खरीदा जाता है। अगर रुपया कमज़ोर होता है, तो ईंधन महंगा हो जाता है।
सरकारी कर और शुल्क: केंद्र और राज्य सरकारें पेट्रोल और डीज़ल पर भारी कर लगाती हैं, जो खुदरा मूल्य का एक बड़ा हिस्सा होता है। यही कारण है कि राज्यों में कीमतों में अंतर होता है।
शोधन लागत: कच्चे तेल को उपयोगी बनाने (शोधन) की प्रक्रिया में भी लागत आती है। यह लागत कच्चे तेल की गुणवत्ता और रिफाइनरी की क्षमता पर निर्भर करती है।
माँग और आपूर्ति संतुलन: यदि बाजार में ईंधन की माँग बढ़ती है, तो कीमतें भी बढ़ जाती हैं। त्योहारों, गर्मी या सर्दियों के दौरान ईंधन की खपत विशेष रूप से अधिक होती है।