Petrol and Diesel Price Today: त्योहारी सीजन में ईंधन के दामों में हुआ बदलाव, जानिए आज किस भाव में बिक रहा तेल
By अंजली चौहान | Updated: October 19, 2025 08:46 IST2025-10-19T08:45:35+5:302025-10-19T08:46:47+5:30
Petrol and Diesel Price Today: यह दैनिक संशोधन नीति भारत को एक गतिशील और बाज़ार-उन्मुख ईंधन मूल्य निर्धारण व्यवस्था की ओर ले गई है, जो वैश्विक बाज़ार की वास्तविकताओं के प्रति अधिक संवेदनशील है।

Petrol and Diesel Price Today: त्योहारी सीजन में ईंधन के दामों में हुआ बदलाव, जानिए आज किस भाव में बिक रहा तेल
Petrol and Diesel Price Today: तेल विपणन कंपनियाँ प्रतिदिन सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों को वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों और मुद्रा विनिमय दरों में उतार-चढ़ाव के अनुसार अपडेट करती हैं। यह दैनिक संशोधन पारदर्शिता को बढ़ावा देता है और यह सुनिश्चित करता है कि उपभोक्ताओं को नवीनतम और सटीक ईंधन कीमतों तक पहुँच प्राप्त हो।
19 अक्टूबर को शहरवार पेट्रोल और डीजल की कीमतें देखें:
शहर पेट्रोल (₹/लीटर) डीजल (₹/लीटर)
दिल्ली 94.72 87.62
मुंबई 104.21 92.15
कोलकाता 103.94 90.76
चेन्नई 100.75 92.34
अहमदाबाद 94.49 90.17
बेंगलुरु 102.92 89.02
हैदराबाद 107.46 95.70
जयपुर 104.72 90.21
लखनऊ 94.69 87.80
पुणे 104.04 90.57
चंडीगढ़ 94.30 82.45
इंदौर 106.48 91.88
पटना 105.58 93.80
सूरत 95.00 89.00
नासिक 95.50 89.50
गौरतलब है कि पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में दैनिक संशोधन की नीति को 16 जून 2017 को पूरे भारत में लागू किया गया था। इस नीति के तहत, देश की सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियाँ (Oil Marketing Companies - OMCs) जैसे इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) रोज़ाना सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीज़ल के दाम अपडेट करती हैं।
यह निर्णय उपभोक्ताओं और डीलरों दोनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव को तत्काल और सटीक रूप से दर्शाने के लिए लिया गया था, जिससे पारदर्शिता और बाज़ार अनुरूपता को बढ़ावा मिले।
पेट्रोल-डीजल के दामों को अपडेट करने का कारण
1. दैनिक संशोधन के मुख्य निर्धारक कारक
ईंधन की खुदरा कीमतें मुख्य रूप से निम्नलिखित दो वैश्विक कारकों पर निर्भर करती हैं:
अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें : भारत अपनी कच्चे तेल की ज़रूरतों का एक बड़ा हिस्सा आयात करता है। इसलिए, अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल (जैसे ब्रेंट क्रूड या डब्ल्यूटीआई) की कीमतों में कोई भी बदलाव सीधे भारत में तेल कंपनियों की खरीद लागत को प्रभावित करता है।
डॉलर-रुपया विनिमय दर : कच्चा तेल अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में अमेरिकी डॉलर में खरीदा जाता है। इसलिए, भारतीय रुपये के मुकाबले डॉलर की विनिमय दर में उतार-चढ़ाव भी तेल की लागत को प्रभावित करता है। यदि डॉलर मज़बूत होता है (यानी रुपया कमज़ोर होता है), तो भारतीय तेल कंपनियों के लिए कच्चे तेल का आयात महंगा हो जाता है।
2. मूल्य निर्धारण के घटक
उपभोक्ता जिस अंतिम मूल्य पर पेट्रोल और डीज़ल खरीदते हैं, वह कई घटकों से मिलकर बनता है। कच्चे तेल की लागत केवल एक हिस्सा है।
कच्चे तेल की लागत : इसमें अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार से कच्चे तेल की खरीद की लागत, माल ढुलाई, और रिफाइनरी प्रोसेसिंग शुल्क शामिल होता है।
केंद्र सरकार के शुल्क:
उत्पाद शुल्क : यह एक निश्चित दर है जो केंद्र सरकार द्वारा प्रति लीटर लगाई जाती है।
राज्य सरकार के शुल्क:
मूल्य वर्धित कर : यह राज्य सरकारों द्वारा लगाया जाता है और यह हर राज्य में अलग-अलग होता है। कई राज्यों में यह एक प्रतिशत-आधारित टैक्स है, जिसका अर्थ है कि बेस प्राइस बदलने पर VAT की राशि भी बदल जाती है।
डीलर कमीशन: यह वह राशि है जो पेट्रोल पंप मालिक (डीलर) को उनके संचालन खर्च और मुनाफे के लिए दी जाती है।
अन्य छोटे शुल्क : इसमें परिवहन लागत, प्रवेश शुल्क आदि शामिल हो सकते हैं।
कीमत जानने के तरीके
उपभोक्ता विभिन्न माध्यमों से रोज़ाना अपडेटेड कीमतें जान सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
मोबाइल ऐप: तेल विपणन कंपनियों के ऐप।
एसएमएस सेवा: ग्राहक कंपनी-विशिष्ट कोड के साथ एक एसएमएस भेजकर अपने शहर की नवीनतम कीमतें प्राप्त कर सकते हैं।
पेट्रोल पंप डिस्प्ले: अधिकांश पेट्रोल पंपों पर सुबह 6 बजे से नई दरें प्रदर्शित की जाती हैं।