पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगी 'आग', आज फिर बढ़ाए गए दाम
By रामदीप मिश्रा | Updated: September 16, 2018 11:06 IST2018-09-16T08:14:49+5:302018-09-16T11:06:38+5:30
Petrol and diesel price today in india: राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में 28 पैसे का इजाफा हुआ है, जिसके बाद यह 81.91 रुपये प्रति लीटर मिलेगा। वहीं, डीजल 18 पैसे बढ़कर 73.72 रुपये प्रति लीट पर पहुंच गया है।

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगी 'आग', आज फिर बढ़ाए गए दाम
नई दिल्ली, 16 सितंबरः पेट्रोल और डीजल की कीमतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं और रोज एक नया कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं, जिसकी वजह से आमजन खासा परेशान है। उसकी जेब लगातार खाली होती जा रही है। रविवार को भी पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी हुई है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में 28 पैसे का इजाफा हुआ है, जिसके बाद यह 81.91 रुपये प्रति लीटर मिलेगा। वहीं, डीजल 18 पैसे बढ़कर 73.72 रुपये प्रति लीट पर पहुंच गया है।
इससे पहले शनिवार को पेट्रोल की कीमत में 28 पैसे और डीजल में 22 पैसे की बढ़ोतरी की गई थी। दिल्ली में शनिवार को पेट्रोल 81.28 रुपये प्रति लीटर और डीजल 73.30 रुपये प्रति लीटर बिक रहा था। बता दें कि तेल विपणन कंपनियां 16 जून 2017 के बाद नियमित रूप से पेट्रोल-डीजल के दामों की समीक्षा करती हैं और रोजाना सुबह 6 बजे के बाद नई कीमतें लागू होती हैं।
इधर, शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों तथा डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती कीमत के लिए अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रमों को जिम्मेदार बताया। शाह ने हैदराबाद में शनिवार को कहा कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतें तथा डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरती कीमत चिंता की बात है।
Petrol at Rs 81.91/litre (increase by Rs 0.28/litre) and diesel at Rs 73.72/litre (increase by Rs 0.18/litre) in Delhi. Petrol at Rs 89.29/litre (increase by Rs 0.28/litre) and diesel at Rs 78.26/litre (increase by Rs 0.19/litre) in Mumbai. pic.twitter.com/sTBpMOHzDC
— ANI (@ANI) September 16, 2018
उन्होंने कहा कि यह वैश्विक तौर पर हुए कुछ घटनाक्रमों की वजह से है। अमेरिका तथा चीन के बीच व्यापार युद्ध और अमेरिका तथा तेल उत्पादक देशों के बीच मुद्दे। इन वैश्विक कारणों के चलते ये घटनाक्रम हो रहे हैं। हम भी इसे लेकर चिंतित हैं। समाधान भी ढूंढ़ा जा रहा है। थोड़े ही समय में, सरकार इन मुद्दों पर कदम उठाएगी। लेकिन ,अन्य देशों की मुद्राओं के मुकाबले रुपये पर असर ‘‘बहुत कम’’ है।
वहीं, प्रधानमंत्री ने शनिवार को वित्त मंत्रालय के विभिन्न विभागों के कामकाज का जायजा लेते हुये कर संग्रह और वृहद आर्थिक संकेतकों पर गौर किया। बैठक के बाद जेटली ने कहा यह पूछे जाने पर कि क्या बैठक में ईंधन कीमतों और शुल्कों में कटौती पर चर्चा हुई, जेटली ने कहा कि यह आंतरिक समीक्षा बैठक थी।
ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि सरकार इन दोनों ईंधनों पर उत्पाद शुल्क में कटौती कर इनके दाम में उपभोक्ताओं को राहत देने की घोषणा कर सकती है। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार इस तरह का जोखिम नहीं लेना चाहती क्योंकि उत्पाद शुल्क में एक रुपये की कटौती से उसे करीब 14,000 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान होगा।