लाइव न्यूज़ :

संसदीय समिति ने क्रिप्टो वित्त पर चर्चा की; कई सदस्य क्रिप्टो करेंसी पर प्रतिबंध के खिलाफ

By भाषा | Updated: November 15, 2021 20:19 IST

Open in App

(जतिन टक्कर)

नयी दिल्ली, 15 नवंबर भाजपा नेता जयंत सिन्हा की अध्यक्षता वाली एक संसदीय समिति ने सोमवार को विभिन्न हितधारकों के साथ क्रिप्टो वित्त और क्रिप्टो करेंसी के गुण-दोष पर चर्चा की। कई सदस्य क्रिप्टो करेंसी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के बजाय इसके बाजार को विनियमित करने के पक्ष में हैं। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है।

यह बैठक क्रिप्टो करेंसी के बारे में विभिन्न वर्गों में बढ़ती चिंताओं और उनमें व्यापार से उत्पन्न संभावित जोखिमों की पृष्ठभूमि के मद्देनजर हुई है, खासकर जब से दुनियाभर में ऐसी संपत्तियों में रुचि बढ़ी है। वर्तमान में देश में इसको लेकर न तो विशिष्ट नियम हैं और न ही क्रिप्टो करेंसी के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध है।

क्रिप्टो एक्सचेंजों के प्रतिनिधियों, ब्लॉक चेन और क्रिप्टो एसेट्स काउंसिल (बीएसीसी), उद्योग निकायों के साथ-साथ शिक्षाविदों और अन्य हितधारकों ने समिति के समक्ष अपने विचार प्रस्तुत किए।

समिति की बैठक से कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिप्टो करेंसी के मुद्दे पर विभिन्न मंत्रालयों और रिजर्व बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की थी।

वित्त पर संसद की स्थायी समिति द्वारा इस विषय पर बुलाई गई यह पहली बैठक है। समिति के अध्यक्ष सिन्हा हैं, जो पूर्व वित्त राज्यमंत्री भी रहे हैं।

क्रिप्टो वित्त को लेकर निवेश क्षमता और जोखिमों के बारे में विभिन्न पक्षों की दिलचस्पी और चिंताएं हाल के दिनों में तेजी से बढ़ी हैं।

सूत्रों ने बताया कि मोटे तौर पर समिति के सदस्य क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंजों के लिए विनियम चाहते हैं और क्रिप्टो करेंसी पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में नहीं हैं।

समिति में शामिल कुछ कांग्रेस सांसदों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि क्रिप्टो करेंसी पर प्रतिबंध लगाने में कई बड़ी चुनौतियां हैं।

इससे पहले समिति के अध्यक्ष और पूर्व वित्तराज्य मंत्री सिन्हा ने बैठक के बारे में कहा कि क्रिप्टो वित्त से संबंधित उन अवसरों और चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी, जिसका सामना तेजी से विकसित हो रहे उद्योग के चलते नियामकों और नीति निर्माताओं को करना होगा।

सिन्हा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमने प्रमुख एक्सचेंजों के परिचालकों, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सदस्यों के साथ ही भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम)-अहमदाबाद के शिक्षाविदों सहित पूरे उद्योग के हितधारकों को बुलाया है, जिन्होंने क्रिप्टो वित्त पर बहुत गहन अध्ययन किया है।’’

उन्होंने आगे कहा कि समिति ने इंडिया इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रतिनिधियों को भी बुलाया है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतLokmat National Conclave 2025: वर्तमान में भारतीय लोकतंत्र के स्तंभ और ताकत पर बोले कांग्रेस नेता सिंघवी, कही ये बात

भारतBihar: नीतीश कुमार के हिजाब विवाद को लेकर मिली पाकिस्तान से धमकी, महिला डॉक्टर नुसरत परवीन ने छोड़ दिया बिहार

मध्य प्रदेशकचरे से कंचन की राह पर इंदौर, वेस्ट मैनेजमेंट में नए नवाचारों से शहर बना सर्कुलर इकॉनमी का मॉडल

भारतLokmat National Conclave 2025: चुनावों के दौरान मुफ्त की स्कीम देने पर मनोज झा ने दी प्रतिक्रिया, बोले- "चुनाव अब निष्पक्ष चुनाव जैसा नहीं रहा"

भारतLokmat National Conclave 2025: बिहार चुनाव पर मनोज झा की दो टूक, फ्री स्कीम से बिगड़ रहा चुनावी संतुलन

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारShare Market Today: हरे रंग के साथ शुरू हुआ कारोबार, TCS, बजाज फाइनेंस समेत इन कंपनियों के शेयर को मुनाफा

कारोबारPetrol, Diesel Price Today: सुबह-सुबह जारी हो गए तेल के नए दाम, जल्दी से करें चेक

कारोबारक्या नाम में ही आज सबकुछ रखा है?  

कारोबारयूपी में पीएम फसल बीमा योजना में हुआ करोड़ों का घोटाला?, खेत मालिक को पता नहीं, पर राशि हड़पी

कारोबारबिहार कैबिनेट बैठक में 7 निश्चय योजना 3.0 को मंजूरी, उद्योग-धंधा, रोजगार सृजन और नौकरी पर फोकस