शुल्क-मूल्य बढ़ाए जाने के बाद तेल, तिलहनों के भाव में सुधार

By भाषा | Updated: May 1, 2021 17:56 IST2021-05-01T17:56:03+5:302021-05-01T17:56:03+5:30

Oil, oilseeds prices improve after increase in tariff value | शुल्क-मूल्य बढ़ाए जाने के बाद तेल, तिलहनों के भाव में सुधार

शुल्क-मूल्य बढ़ाए जाने के बाद तेल, तिलहनों के भाव में सुधार

नयी दिल्ली, एक मई सरकारके द्वारा खाद्य तेलों के आयात शुल्क-मूल्य में वृद्धि किये जाने के बाद दिल्ली तेल तिलहन बाजार में शनिवार को सरसों दाना, सोयाबीन तेल तिलहन, बिनौला, सीपीओ और पामोलीन जैसे तेल तिलहनों के भाव तेजी के बंद हुए।

सीपीओ के शुल्क मूल्य में 232 रुपये और सोयाबीन डीगम के शुल्क मूल्य में 58 रुपये प्रति क्विन्टल की वृद्धि की गयी है। बाजार सूत्रों ने कहा कि इससे घरेलू तेल तिलहन बाजार तेज हो गया।

तेल उद्योग के लोगों ने बताया कि शिकागो एक्सचेंज में कल रात सोयाबीन डीगम में 4.5 प्रतिशत के उछाल के बाद सर्किट-ब्रेक (सौंदों का रुक जाना) लग गया।

उन्होंने कहा कि विदेशों में हल्के तेलों (सूरज मुखरी और सोयाबीन) की कमी है। स्थानीय स्तर पर सरसों तेल सस्ता होने और मिलावट मुक्त होने के कारण इसकी भारी मांग है। आयाम शुल्क-मूल्य में वृद्धि किये जाने का असर देश के अन्य खाद्यतेल कीमतों पर भी हुआ और बिनौला सहित बाकी तेलों के भाव भी लाभ दर्शाते बंद हुए। आगरा की सलोनी मंडी में सरसों की इतनी मांग है कि वहां 7,500 रुपये क्विन्टल के भाव इसकी खरीद हो रही है।

कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने भी तेल तिलहन के मामले में देश को आत्मनिर्भर होने की जरुरत को रेखांकित किया है। किसानों को जिस तरह से उनकी तिलहन ऊपज के दाम मिल रहे हैं उससे देश में अगे तिलहन की पैदावार बढ़ने के पूरे आसार हैं।

सोयाबीन, सरसों सहित तेल रहित खल (डीओसी) की भारी निर्यात और घरेलू मांग होने से सोयाबीन तेल तिलहन कीमतों में अच्छा लाभ दर्ज हुआ। व्यापारियों और तेल मिलों के पास सोयाबीन तिलहन का स्टॉक समाप्त है जिससे इसमें तेजी को और बल मिला। आयात शुल्क मूल्य में वृद्धि किये जाने से सीपीओ और पामोलीन तेलों के भाव लाभ दर्शाते बंद हुए।

तेल व्यापरियों ने कहा कि आगरा के वसंत नगर में लगभग 40,000 टन सोयाबीन डीगम के सौदों की डिलीवरी फंसने की चर्चा से बाजार में अफरा तफरी पैदा हुई इससे कई व्यापारियों को बड़ा नुकसान हुआ है।

बाकी तेल तिलहनों के भाव भी पूर्वस्तर पर बंद हुए।

बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन - 6,985 - 7,035 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली दाना - 6,385 - 6,430 रुपये।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 15,600 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,495 - 2,555 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 14,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,110 -2,190 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,290 - 2,320 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी - 16,000 - 18,500 रुपये।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 15,400 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 15,000 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 14,100 रुपये।

सीपीओ एक्स-कांडला- 12,100 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 14,650 रुपये।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 14,000 रुपये।

पामोलिन एक्स- कांडला- 12,900 (बिना जीएसटी के)

सोयाबीन दाना 7,270 - 7,370 रुपये: सोयाबीन लूज 7,170 - 7,220 रुपये

मक्का खल 3,800 रुपये।

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Web Title: Oil, oilseeds prices improve after increase in tariff value

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