चिकित्सा ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता पिछले साल के 6,000 टन से बढ़कर 8,000 टन प्रतिदिन पहुंची
By भाषा | Updated: September 21, 2021 20:35 IST2021-09-21T20:35:01+5:302021-09-21T20:35:01+5:30

चिकित्सा ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता पिछले साल के 6,000 टन से बढ़कर 8,000 टन प्रतिदिन पहुंची
नयी दिल्ली, 21 सितंबर तरल चिकित्सा ऑक्सीजन की उत्पादन क्षमता बढ़कर 8,000 टन प्रतिदिन हो गयी है। पिछले साल यह 6,000 टन प्रतिदिन थी। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी।
कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान चिकित्सकीय ऑक्सीजन की मांग काफी बढ़ गयी थी।
उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापारविभाग में अतिरिक्त सचिव सुमिता डावरा ने कहा कि चिकित्सा मकसद से ऑक्सीजन की आपूर्ति दिसंबर 2019 में 1,000 टन प्रतिदिन से लगभग 10 गुना बढ़कर इस साल मई में 9,600 टन प्रतिदिन तक पहुंच गयी।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारी उत्पादन क्षमता आज पिछले साल के 6,000 टन प्रतिदिन से बढ़कर 8,000 टन प्रतिदिन हो गयी है।’’
कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की मांग काफी बढ़ गयी थी। उस समय मांग बढ़कर 9,000 टन के करीब पहुंच गयी जबकि पहली लहर के दौरान अधिकतम मांग 3,095 टन थी।
अधिकारी ने यह भी कहा कि गैस सिलेंडर नियमों में संशोधन के मसौदे को 25 जून को अधिसूचित किया गया था और डीपीआईआईटी अब विभिन्न पक्ष के परामर्श से विस्फोटक नियमों में संशोधन पर काम कर रहा है।
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