भारत को अवसंरचना वित्त पोषण के लिए पूंजीगत व्यय दोगुना करने की जरूरत: डीईए सचिव
By भाषा | Updated: November 17, 2021 22:19 IST2021-11-17T22:19:47+5:302021-11-17T22:19:47+5:30

भारत को अवसंरचना वित्त पोषण के लिए पूंजीगत व्यय दोगुना करने की जरूरत: डीईए सचिव
नयी दिल्ली, 17 नवंबर वित्त मंत्रालय के तहत आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) के सचिव अजय सेठ ने बुधवार को कहा कि भारत को अवसंरचना वित्त पोषण के लिए मध्यम अवधि में अपने पूंजीगत व्यय को सकल सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के पांच-छह प्रतिशत से बढ़ाकर दोगुना करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि अवसंरचना ढांचागत क्षेत्र में निवेश बढ़ाने के लिए संसाधन जुटाने के मकसद से बचत के सभी साधनों का इस्तेमाल करना चाहिए।
सेठ ने सीआईआई वैश्विक आर्थिक नीति सम्मेलन 2021 में कहा, ‘‘अवसंरचना और औद्योगिक पूंजीगत व्यय, दोनों को मिलाकर पूंजीगत व्यय सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 5-6 प्रतिशत है। हमें इसे मध्यम अवधि में कम से कम दोगुना करना होगा, जिसके लिए बचत के सभी साधनों का इस्तेमाल करना होगा।’’
सेठ ने कहा कि आर्थिक वृद्धि में निजी क्षेत्र की बड़ी भूमिका होती है, जबकि सरकार की भूमिका एक सूत्रधार की होगी।
उन्होंने आगे कहा कि निवेशकों को लंबी अवधि के लिए वित्त पोषण हासिल करने में सक्षम बनाने के लिए भारतीय पूंजी बाजार को परिपक्व होना होगा।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।