India-EFTA Deal: 1 अक्टूबर से मुक्त व्यापार समझौता, 100 अरब डॉलर के निवेश और 10 लाख लोगों को नौकरी, जानें मुख्य बातें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 19, 2025 18:41 IST2025-07-19T18:40:57+5:302025-07-19T18:41:45+5:30
India-EFTA Deal: यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के सदस्य आइसलैंड, लिकटेंस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड हैं। इस संगठन ने 100 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है।

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नई दिल्लीः वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि भारत और चार देशों के यूरोपीय समूह ईएफटीए के बीच मुक्त व्यापार समझौता एक अक्टूबर से लागू होगा। दोनों पक्षों ने 10 मार्च, 2024 को व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौते (टीईपीए) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत, भारत को इस समूह से 15 वर्षों में 100 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता प्राप्त हुई है, जबकि स्विस घड़ियों, चॉकलेट और तराशे व पॉलिश किए हुए हीरों जैसे कई उत्पादों पर कम या शून्य शुल्क की अनुमति दी गई है। गोयल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, “भारत-ईएफटीए समझौता एक अक्टूबर से लागू होगा।” यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के सदस्य आइसलैंड, लिकटेंस्टीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड हैं। इस संगठन ने 100 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है।
इसके तहत समझौते के कार्यान्वयन के बाद 10 वर्षों के भीतर 50 अरब डॉलर और अगले पांच वर्षों में 50 अरब डॉलर का निवेश होगा, जिससे भारत में 10 लाख प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे। इस ब्लॉक में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार स्विट्जरलैंड है। शेष तीन देशों के साथ भारत का व्यापार कम है। इस समझौते के तहत, भारत अपनी 82.7 प्रतिशत शुल्क लाइनों या उत्पाद श्रेणियों की पेशकश कर रहा है।
जो ईएफटीए निर्यात का 95.3 प्रतिशत कवर करती हैं, जिनमें से 80 प्रतिशत से अधिक आयात सोने का है। घरेलू ग्राहकों को घड़ियां, चॉकलेट, बिस्कुट और दीवार घड़ियां जैसे उच्च-गुणवत्ता वाले स्विस उत्पाद कम कीमतों पर उपलब्ध होंगे क्योंकि भारत व्यापार समझौते के तहत इन वस्तुओं पर सीमा शुल्क को 10 वर्षों में चरणबद्ध तरीके से समाप्त कर देगा