Happy Women's Day 2025: महिला दिवस से पहले 5,000 महिला कर्मचारियों को फायदा?, मासिक धर्म के दौरान एक दिन का वैतनिक अवकाश
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 7, 2025 11:27 IST2025-03-07T11:26:09+5:302025-03-07T11:27:30+5:30
Happy Women's Day 2025: एलएंडटी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक एस एन सुब्रमण्यन ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कंपनी के एक कार्यक्रम में इस कदम की घोषणा की।

सांकेतिक फोटो
Happy Women's Day 2025: इंजीनियरिंग, खरीद एवं निर्माण क्षेत्र की प्रमुख कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) ने अपनी महिला कर्मचारियों को मासिक धर्म के दौरान एक दिन का वैतनिक अवकाश देने की बृहस्पतिवार को घोषणा की। एलएंडटी के इस कदम से कंपनी की करीब 5,000 महिला कर्मचारियों को फायदा होगा। एलएंडटी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक एस एन सुब्रमण्यन ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कंपनी के एक कार्यक्रम में इस कदम की घोषणा की।
कंपनी सूत्रों ने बताया कि सुब्रमण्यन ने कहा कि इस घोषणा को लागू किए जाने के तौर-तरीके का सटीक विवरण जल्द ही संबंधित अधिकारियों द्वारा तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह घोषणा केवल मूल कंपनी एलएंडटी की महिला कर्मचारियों पर ही लागू होगी और वित्तीय सेवाओं या प्रौद्योगिकी में लगी इसकी अनुषंगी कंपनियों पर यह लागू नहीं होगी।
एलएंडटी के 60,000 कर्मचारियों में करीब नौ प्रतिशत यानी लगभग 5,000 महिलाएं हैं। तत्काल लागू होने जा रहे इस कदम से इन महिला कर्मचारियों का लाभ होगा। यह घोषणा सुब्रमण्यन द्वारा कुछ सप्ताह पहले कर्मचारियों से सप्ताह में 90 घंटे काम करने और अपनी पत्नियों को घूरते न रहने के लिए कहने वाली टिप्पणियों के लिए आलोचना का सामना करने के बीच की गई है।
एलएंडटी ने बाद में एक आंतरिक वर्चुअल बैठक के दौरान इन टिप्पणियों का बचाव करते हुए कहा कि यह राष्ट्र निर्माण की पहल के अनुरूप है। इसके पहले स्विगी और जोमैटो जैसी कुछ कंपनियों ने भी पहले मासिक धर्म पर महिलाओं को अवकाश देने की घोषणाएं की हैं।
हालांकि, प्रमुख कारोबारी घरानों ने अभी तक इसी तरह की पहल नहीं की है। देश के चार राज्यों- बिहार, ओडिशा, सिक्किम और केरल ने अपने कर्मचारियों के लिए मासिक धर्म की छुट्टियों का प्रावधान किया है। उच्चतम न्यायालय ने पिछले साल सरकार को इस मुद्दे पर नीति बनाने का सुझाव दिया था।