बिजली क्षेत्र की सरकारी कंपनियों ने 200 से अधिक जगहों पर कोविड सुविधा केंद्र स्थापित किये

By भाषा | Updated: May 16, 2021 18:54 IST2021-05-16T18:54:18+5:302021-05-16T18:54:18+5:30

Government companies in the power sector set up Kovid Facilitation Centers in over 200 locations | बिजली क्षेत्र की सरकारी कंपनियों ने 200 से अधिक जगहों पर कोविड सुविधा केंद्र स्थापित किये

बिजली क्षेत्र की सरकारी कंपनियों ने 200 से अधिक जगहों पर कोविड सुविधा केंद्र स्थापित किये

नयी दिल्ली, 16 मई कोरोना वायरस महामारी के बीच बिजली मंत्रालय के अधीन आने वाले केंद्रीय लोक उपक्रमों ने मिलकर कोविड19 संक्रमितों के इलाज के लिये 200 से अधिक जगहों पर केंद्र स्थापित किये हैं।

बिजली मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि कोविड-19 महामारी से मुकाबले के लिये सार्वजनिक क्षेत्र की केंद्रीय कंपनियों ने देशभर में मौजूद अपने दफ्तरों कार्यालयों या इकाइयों में तैनात कर्मियों तथा आसपास के लोगों तक पहुंच के लिये बहुस्तरीय रणनीति पर काम करना शुरू किया है।

केंद्रीय लोक उपक्रमों (सीपीएसयू) ने एक साथ मिलकर अपने कर्मचारियों, संविदा कर्मियों और उनके परिवारों की मदद के लिये देश के 200 से अधिक स्थानों पर ‘आइसोलेशन’ (कोविड संक्रमितों को रखने और इलाज की सुविधा) केंद्र स्थापित किए हैं। इसके अलावा अधिक संक्रमण वाले क्षेत्रों में ऑक्सीजन सुविधा वाले कोविड देखभाल केंद्र भी स्थापित किए गये हैं।

सीपीएसयू ने कोविड संक्रमितों के पृथकवास के लिये आइसोलेशन केंद्रों की स्थापना, मास्क और सैनिटाइजर का वितरण, ऑक्सीजन सुविधा वाले बिस्तर उपलब्ध कराने, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर टीकाकरण शिविर आयोजित करने के लिये सक्रियता के साथ कदम उठाये हैं। इसके अलावा ऑक्सीजन कंसनट्रेटर उपलब्ध कराने तथा ऑक्सीजन संयंत्र की स्थापना भी की है।

बिजली क्षेत्र के केंद्रीय लोक उपक्रमों ने पीएम केयर्स फंड में 925 करोड़ रुपये का योगदान भी दिया है।

सार्वजनिक क्षेत्र की जल विद्युत कंपनी एनएचपीसी कंपनी सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के अंतर्गत उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिला अस्पताल में ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित करने में 41.89 लाख रुपये की मदद की। यह राशि जिला मजिस्ट्रेट को दी गयी।

इसके अलावा, सीएसआर के तहत ही एनएचपीसी ने उत्तर प्रदेश के देवरिया स्थित एल-2 कोविड सुविधा वाले राजकीय जिला अस्पताल हेतु देवरिया के जिला अधिकारी को 5 एलपीएम (लीटर प्रति मिनट) क्षमता वाले 60 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर के लिये 45 लाख रुपये उपलब्ध कराया है।

एनएचपीसी, फरीदाबाद स्थित बादशाह खान जिला अस्पताल में सिलेंडर भरने की सुविधा वाला 1000 एलपीएम (लीटर प्रति मिनट) क्षमता का ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित कर रही है। इसकी खरीद प्रक्रिया शुरू हो गई है और इस संयंत्र को आठ हफ्तों की निर्धारित समय सीमा में स्थापित कर दिया जाएगा।

बिजली क्षेत्र की एक अन्य महत्वपूर्ण कंपनी एनटीपीसी ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लिए 11 ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र की खरीद का ऑर्डर दिया है। इसके अलावा दो बड़े ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र भी लगाए जाएंगे जहां छोटे सिलेंडरों में ऑक्सीजन भरने की सुविधा उपलब्ध रहेगी।

एनटीपीसी, सीएसआर के अंतर्गत देश के अलग-अलग स्थानों पर 8 ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित कर रही है।

इसी प्रकार, बिजली मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली आरईसी ने भी सीएसआर दायित्वों के अंतर्गत पुणे स्थित दल्वी अस्पताल में 1700 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र और 150 केवी जनरेटर प्लांट स्थापित करने के लिए 2.21 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता उपलब्ध करायी है।

एक अन्य पहल के अंतर्गत आरईसी फाउंडेशन ने उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में रुद्रपुर स्थित पंडित राम सुमेर शुक्ल स्मृति राजकीय चिकित्सा विद्यालय को कोविड-19 उपचार केंद्र बनाने में मदद की है।

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Web Title: Government companies in the power sector set up Kovid Facilitation Centers in over 200 locations

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