गडकरी ने वाहन विनिर्माताओं से डीजल इंजन की जगह वैकल्पिक प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने को कहा

By भाषा | Updated: August 25, 2021 22:48 IST2021-08-25T22:48:32+5:302021-08-25T22:48:32+5:30

Gadkari asks automakers to promote alternative technology instead of diesel engine | गडकरी ने वाहन विनिर्माताओं से डीजल इंजन की जगह वैकल्पिक प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने को कहा

गडकरी ने वाहन विनिर्माताओं से डीजल इंजन की जगह वैकल्पिक प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने को कहा

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को वाहन विनिर्माताओं से डीजल इंजन वाले वाहनों के विनिर्माण और बिक्री को हतोत्साहित करने और दूसरी प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने को कहा। गडकरी ने ऑटो उद्योग के संगठन सियाम के वार्षिक सम्मेलन को आभासी रूप से संबोधित करते हुए कहा कि सरकार लचीली प्रणाली वाले इंजन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जो ग्राहकों को 100 प्रतिशत पेट्रोल या 100 प्रतिशत जैव-एथेनॉल से चलने वाले वाहनों का विकल्प देते हों। उन्होंने कहा, ‘‘मैं वाहन विनिर्माताओं से डीजल इंजन वाले वाहनों के उत्पादन और बिक्री को हतोत्साहित करने की अपील करता हूं। डीजल से होने वाला प्रदूषण पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है।’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘उद्योग को वैकल्पिक ईंधन प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देना चाहिए और वैकल्पिक ईंधन के लिए अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) पर खर्च करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि वह उद्योग से उम्मीद कर रहे हैं कि ई20 के अनुकूल वाहनों को तेजी से तैयार किया जाएगा। ई20 वाहनों से आशय ईंधन में 20 प्रतिशत एथेनॉल और 80 प्रतिशत पेट्रोल के मिश्रण से है। गडकरी ने कहा कि इससे आयात बिल में कटौती और पर्यावरण सुरक्षा के साथ ही किसानों की आमदनी बढ़ेगी। उन्होंने आगे कहा कि सरकार चाहती है कि भारत के जीडीपी में ऑटोमोबाइल क्षेत्र की हिस्सेदारी मौजूदा 7.1 प्रतिशत से बढ़कर 12 प्रतिशत तक पहुंच जाये तथा रोजगार सृजन में क्षेत्र का योगदान मौजूदा 3.7 करोड़ से बढ़कर पांच करोड़ तक हो जाए। गडकरी ने कहा कि देश को 5,000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में ऑटोमोबाइल उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि भारत में अब कई बहुराष्ट्रीय ऑटोमोटिव ब्रांड उपलब्ध हैं और सरकार देश को शीर्ष वैश्विक ऑटोमोबाइल विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए काम कर रही है। देश के सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) में वाहन क्षेत्र का योगदान 7.1 प्रतिशत है जबकि विनिर्माण क्षेत्र की जीडीपी में वाहन क्षेत्र 49 प्रतिशत हिस्सा रखता है। वाहन उद्योग का सालाना कारोबार 7.5 लाख करोड़ रुपये और निर्यात 3.5 लाख करोड़ रुपये है।

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Web Title: Gadkari asks automakers to promote alternative technology instead of diesel engine

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