नयी दिल्ली, तीन जून केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने बृहस्पतिवार को कहा कि वित्तीय समावेश सरकार के लिये शीर्ष प्राथमिकता है और वित्तीय शिक्षा को बढ़ावा देने से सामूहिक क्षमता को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार वित्त और कॉरपोरेट मामलों के राज्यमंत्री ने ‘हिसाब की किताब’ शीर्षक से निवेशक शिक्षा और सुरक्षा कोष प्राधिकरण (आईईपीएफए) की लघु फिल्मों के छह मॉड्यूल पेश करने के मौके पर आयोजित ‘ऑनलाइन’ कार्यक्रम में यह बात कही।
आईईपीएफए कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
मंत्री ने कहा कि आईईपीएफए को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विभिन्न संबद्ध पक्षों के बीच निवेशक जागरूकता पैदा करने की जिम्मेदारी मिली हुई है। डिजिटलीकरण के कारण, भारत में शहरी-ग्रामीण विभाजन कम हो रहा है। फिर भी गांवों में रहने वाली आबादी में निवेश और दीर्घकालिक वित्तीय नियोजन के संबंध में व्यवहार परिवर्तन में बदलाव लाने की आवश्यकता है।
कॉरपोरेट मामलों के सचिव राजेश वर्मा ने कहा कि सीएससी ई-गॉव ने लघु फिल्मों का एक दिलचस्प प्रारूप में तैयार किया है। इससे ग्रामीण आबादी को बजट, बचत, सरकार की विभिन्न बुनियादी अवधारणाओं को समझने के साथ पोंजी योजनाओं जैसे निवेश की गलत योजनाओं से खुद को बचाने में मदद मिलेगी।
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